रेलवे स्क्रैप का ठेका दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी में संदिग्ध रेलवे डॉक्टर के खिलाफ पुलिस को अहम सबूत मिला है। जेल भेजे गए मुख्य आरोपी अजहर व डॉक्टर के बीच लेनदेन होता था। डॉक्टर की पत्नी के खाते में अजहर ने 3.5 लाख रुपये भी भेजे थे। उस्मानी को पुलिस ने 11 नवंबर को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जिससे पूछताछ में रेलवे के एक डॉक्टर व चतुर्थश्रेणी कर्मचारी का नाम सामने आया था। आरोपी ने यह भी बताया था कि कारोबारियों से ली गई रकम वह डॉक्टर को देता था।
पुलिस ने डॉक्टर से पूछताछ की तो उसने खुद को पाक-साफ बताया। उसके दावे की जांच के लिए पुलिस ने डॉक्टर के खातों संबंधी डिटेल निकलवाने के लिए बैंक में रिपोर्ट भेजी। सूत्रों का कहना है कि इसी दौरान एक लेनदेन की जानकारी मिली। यह डॉक्टर की पत्नी के खाते में हुआ। मुख्य आरोपी अजहर ने इसमें 3.5 लाख रुपये भेजे थे। फिलहाल यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस अब डॉक्टर की पत्नी के खाते का स्टेटमेंट खंगालने में जुट गई है।
यह है मामला
बुलेट एजेंसी संचालक रजत केशरवानी ने 1.95 करोड़ की ठगी का आरोप लगाते हुए 11 नवंबर को केस दर्ज कराया था। जिसमें अजहर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। आरोप है कि रेलवे स्क्रैप का ठेका दिलाने का झांसा देकर आरोपी ने रेलवे बोर्ड डायरेक्टर का फर्जी दस्तखत व मुहर लगाकर जाली आदेश तैयार किया और उनसे रकम ले ली। बाद में ठेका न मिलने पर रुपये वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में अजहर के अलावा उसके कुछ अज्ञात साथियों को भी आरोपी बनाया गया है।