प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी द्वारा किसानों की आय बढ़ाने व आर्थिक स्थिति सुधारने के अभियान के तहत किसानों को फसलों के साथ-साथ बागवानी अपनाने बारे भी जागरूक किया जा रहा है, ताकि किसान अपनी आय बढ़ाकर देश की उन्नति में सहयोग कर सकेें। इसी कड़ी में भिवानी के कृषि विज्ञान केंद्र में भी सप्ताह में दो बार जागरूकता शिविर आयोजित किए जा रहे है, जहां किसानों को फसलों के साथ अन्य व्यवसाय अपनाकर आय बढ़ाने बारे जागरूक किया जा रहा है।
किसानों को संबोधित करते हुए कृषि विशेषज्ञ डॉ. मुरारीलाल ने कहा कि किसान परंपरागत खेती के साथ-साथ बागवानी अपनाकर अपनी आय बढ़ा सकते है, इससे जमीन की उर्वरा शक्ति भी बढ़ती है। उन्होंने कहा कि किसान अन्य व्यवसाय डेयरी, मधुमक्खी पानी, मशरूम पालन, भेड़-बकरी पालन व मछली पालन के व्यवसाय को अपनाकर भी अपनी आय बढ़ा सकते है।
उन्होंने बताया कि शिविर में किसानों को जानकारी दी जा रही है कि पानी की कमी या खराब गुणवत्ता वाले पानी में बेर, अनार व बेलगिरी बोकर किसान अच्छी आय ले सकते है। इसके अलावा नहरी पानी वाली क्षेत्र में किसान माल्टा या किन्नू बोकर भी बो सकते है।
इस बारे में किसान राजकुमार, दर्शन व सतबीर ने बताया कि वह यहां जागरूकता शिविर में पहुंचे है तथा कृषि संबंधी आवश्यक जानकारी हासिल की है। उन्होंने बताया कि यहां कृषि विशेषज्ञों द्वारा किसानों की आय बढ़ाने संबंधी आवश्यक जानकारी दी गई है, जो कि उनके लिए काफी फायदेमंद साबित होगी।