प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि सरकार बुनियादी ढांचे के विकास के एकीकृत दृष्टिकोण को महत्व दे रही है क्योंकि अलग-अलग दृष्टिकोण से देश को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत काल में देश विकसित भारत के उद्देश्य से विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में 10,500 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करने के बाद संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा क विशाखापत्तनम में शुरू की जा रही कनेक्टिविटी, तेल और गैस क्षेत्र से संबंधित परियोजनाओं से आंध्र प्रदेश और इसके तटीय क्षेत्रों में विकास को गति मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम बुनियादी ढांचे के बारे में हमारी दृष्टि को दर्शाता है। हमारे पास समावेशी विकास का विजन है। हम इस बारे में स्पष्ट हैं कि हमें बुनियादी ढांचे में किस पर ध्यान देना है। उन्होंने कहा कि सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक्स मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी पर निर्भर करते हैं। इसलिए हमने इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर नया अप्रोच अपनाया। हमने विकास के एकीकृत दृष्टिकोण को महत्व दिया।
उन्होंने कहा कि आज जिस आर्थिक कॉरिडोर का हमने शिलान्यास किया, उसमें 6 लेन की सड़क है। बंदरगाह तक पहुंचने के लिए अलग सड़क बनाई जाएगी। एक तरफ हम विशाखापत्तनम रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कर रहे हैं और दूसरी तरफ हम मछली पकड़ने के बंदरगाह का आधुनिकीकरण कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम गति शक्ति योजना ने बुनियादी ढांचे के निर्माण में तेजी लाई है और परियोजनाओं की लागत कम की है। पीएलआई योजना, जीएसटी, आईबीसी, राष्ट्रीय बुनियादी ढांचा पाइपलाइन और गति शक्ति के कारण भारत में निवेश बढ़ रहा है। इसके अलावा, हम गरीबों के कल्याण के लिए योजनाओं का विस्तार कर रहे हैं।
उन्होंने ब्लू इकोनॉमी पर सरकार के फोकस को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आज देश ब्लू इकॉनमी से जुड़ी अनंत संभावनाओं को साकार करने के लिए भी बड़े स्तर पर प्रयास कर रहा है। ब्लू इकॉनमी पहली बार देश की इतनी बड़ी प्राथमिकता बनी है। उन्होंने मछुआरों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड और आज से शुरू हुए विशाखापत्तनम मछली पकड़ने के बंदरगाह के आधुनिकीकरण जैसे उपायों का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा विश्व संघर्ष के दौर से गुजर रहा है। कई देश अपनी गिरती अर्थव्यवस्था से चिंतित हैं। हालांकि, भारत कई क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों को छू रहा है और इतिहास रच रहा है। दुनिया भारत की ओर देख रही है। विशेषज्ञ और बुद्धिजीवी भारत की तारीफ कर रहे हैं। आज भारत विश्व की आशा का केंद्र बन गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि हम लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विशाखापत्तनम व्यापार और व्यवसाय की अत्यंत समृद्ध परंपरा वाला एक बहुत ही खास शहर है। उन्होंने कहा कि विशाखापत्तनम प्राचीन भारत में एक महत्वपूर्ण बंदरगाह होने के नाते हजारों साल पहले पश्चिम एशिया और रोम के व्यापार मार्ग का हिस्सा था, आज भी विशाखापत्तनम भारत में व्यापार का केंद्र है। मोदी ने कहा कि 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास आंध्र प्रदेश और विशाखापत्तनम की आकांक्षाओं को पूरा करेगा।
इस मौके पर उन्होंने पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का भी विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के प्रति उनका प्रेम और समर्पण अद्वितीय है। उन्होंने आंध्र प्रदेश के लोगों के स्वभाव और उद्यमशीलता की प्रशंसा करते हुए कहा कि चाहे वह शिक्षा हो या उद्यमिता, प्रौद्योगिकी या चिकित्सा पेशा आज दुनिया के कोने-कोने में आंध्र प्रदेश के लोग अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं।