आयुष मंत्रालय के तहत आने वाले केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम इंडियन मेडिसिन फार्मास्युटिकल कॉरपोरेशन (आईएमपीसीएल) के मुनाफे में तीन गुना बढ़ातरी हुई है। कंपनी ने साल 2021-22 में 45.41 करोड़ रुपये की कमाई की है। कंपनी ने अपने हितधारकों आयुष मंत्रालय और उत्तराखंड सरकार को 10.13 करोड़ रुपये का लाभांश देने की घोषणा की है। कंपनी ने केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल को आयुष मंत्रालय के लिए 9.93 करोड़ रुपये का लाभांश चेक सौंपा गया।
इस अवसर पर सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि आईएमपीसीएल लिमिटेड ने पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 की तुलना में अपने मुनाफे में प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की है, जो एक सराहनीय उपलब्धि है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, आयुष क्षेत्र न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर सर्वांगीण विकास कर रहा है।
इस मौके पर आईएमपीसीएल लिमिटेड के महाप्रबंधक डॉ. मुकेश कुमार ने कहा कि परिचालन के मोर्चे पर कंपनी ने अपने पिछले वर्ष की तुलना में क्षमता उपयोग में 47 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है। पिछले वर्षों में कारोबार, लाभ और क्षमता उपयोग के मामले में प्रदर्शन में समग्र वृद्धि ने कंपनी की भविष्य की संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित किया है।
इस मौके पर आयुष राज्य मंत्री मुंजपारा महेंद्रभाई, विशेष सचिव, आयुष मंत्रालय प्रमोद कुमार पाठक, योग और प्राकृतिक चिकित्सा प्रकोष्ठ के निदेशक विक्रम सिंह मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि आईएमपीसीएल लिमिटेड को भारत सरकार द्वारा मिनी रत्न श्रेणी दो का दर्जा दिया गया है और इसे आईएसओ 9001:2015 प्रमाणन भी मिला है। कंपनी वर्तमान में विभिन्न रोगों के स्पेक्ट्रम के लिए 656 शास्त्रीय आयुर्वेदिक, 332 यूनानी और 71 मालिकाना आयुर्वेदिक दवाओं का निर्माण कर रही है। यह राष्ट्रीय आयुष मिशन और जन औषधि केंद्रों के 6000 केंद्रों के तहत सभी राज्यों को आयुर्वेद और यूनानी दवाओं की आपूर्ति करता है।