देशभर में इस साल अक्टूबर तक भ्रष्टाचार की सबसे अधिक 20,067 शिकायतें बैंकों के खिलाफ मिली हैं। इनमें से 1,477 अभी लंबित हैं। केंद्र सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग की छठी रिपोर्ट यह खुलासा हुआ है।
सभी तरह की शिकायतों की बात करें तो इसमें भी बैंकिंग प्रभाग ही सबसे ऊपर रहा है। इसके खिलाफ कुल शिकायतों की संख्या 1,60,121 रही है, जिनमें से 12,263 लंबित हैं। केंद्र सरकार के सेंट्रलाइज्ड पब्लिक ग्रीवांस रिड्रेस एंड मॉनिटरिंग सिस्टम्स (सीपीजीआरएमएस) के अनुसार, बीते अक्टूबर तक 19 मंत्रालय ऐसे रहे हैं जिनके पास एक हजार से अधिक शिकायतें लंबित हैं।
आयकर विभाग के पास सबसे अधिक 8,295 शिकायतें और इसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय से संबंधित 7,081 शिकायतें लंबित हैं। अक्टूबर तक देशभर से मिलीं कुल 75,971 शिकायतें अभी लंबित हैं।
निपटारे के समय में सुधार
रिपोर्ट के मुताबिक, लंबित शिकायतों की संख्या घटी है। अक्टूबर तक लंबित मामले 75,971 हैं, जबकि पिछले महीने इनकी संख्या 84,029 थी। वहीं, 35 मंत्रालयों ने शिकायतों के निपटारे के औसत समय को कम किया है। शिकायतों के निपटारे में अक्टूबर में औसतन 34 दिन लगे।
भ्रष्टाचार की सबसे ज्यादा मामले
- बैंकिंग प्रभाग 20,067 शिकायते
- कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग 2959 शिकायते
- नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक कार्यालय 3058 शिकायते
- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण 557 शिकायते
- उच्च शिक्षा विभाग 642 शिकायते
- उपभोक्ता मामले विभाग 1752 शिकायते
- डाक विभाग 2365 शिकायते
- रेवेन्यू विभाग 185 शिकायते
- ग्रामीण विकास 1185 शिकायते