एनसीपी नेता सुप्रिया सुले के खिलाफ कथित टिप्पणियों को लेकर शिवसेना नेता (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को एक बार फिर से कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जिम्मेदारी उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लेनी चाहिए। इसके अलावा राष्ट्रीय महिला आयोग इस मामले में कार्रवाई करे। बता दें कि महाराष्ट्र सरकार के मंत्री अब्दुल सत्तार ने सुप्रिया सुले के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी जिसके बाद बवाल मच गया।
अब्दुल सत्तार ने कई बार अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया: आदित्य ठाकरे
आदित्य ठाकरे ने कहा अगर कोई व्यक्ति किसी महिला के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करता है और वह माफी मांगता है, तो इसे ‘शिष्टाचार’ कहा जाता है। लेकिन मंत्री (अब्दुल सत्तार) ने कई बार इस भाषा का इस्तेमाल किया है। उपमुख्यमंत्री फडणवीस को बयान की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। साथ ही सत्तार को उनके पद से हटा देना चाहिए।
सत्तार के आवास पर किए गए पथराव, सुले समर्थकों को हिरासत में लिया गया
विवादित टिप्पणी के बाद बड़ी संख्या में सुप्रिया सुले के समर्थकों और एनसीपी कार्यकर्ताओं ने कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने मंत्री अब्दुल सत्तार के घर के बाहर जमकर नारेबाजी करते हुए तोड़फोड़ की। अधिकारियों ने कहा कि औरंगाबाद शहर और मुंबई में सत्तार के आवासों पर पथराव किया गया, जबकि उनके गृह नगर सिल्लोड, पुणे, ठाणे, औरंगाबाद, जालना, नागपुर और पंढरपुर में उनके खिलाफ प्रदर्शन किए गए। एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार को दोपहर में राकांपा के कार्यकर्ताओं ने दक्षिण मुंबई में सत्तार के आवास के बाहर प्रदर्शन किया।
सत्तार ने रैली में मांगी माफी
आलोचना का सामना कर रहे सत्तार ने रात में सिल्लोड में एक रैली में कहा कि उन्होंने अपने द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्द के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी टिप्पणी से किसी को ठेस पहुंची है, तो उन्हें खेद है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने राकांपा प्रमुख शरद पवार की बेटी सुले के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली ‘बालासाहेबची शिवसेना’ से ताल्लुक रखने वाले सत्तार ने कहा कि उन्होंने महिलाओं के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की।