हरियाणा के रेवाड़ी जिले के गांव पीथनवास में एक पूर्व सरपंच के साथ शातिर लोगों ने 40 लाख 30 हजार रुपये की ठगी कर दी। पूर्व सरपंच को हर सप्ताह 10 हजार रुपये कमाने का झांसा दिया गया था। साइबर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्जकर मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है।
गांव पीथनवास निवासी पूर्व सरपंच सुनील कुमार के पास करीब दो माह पहले एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को एक कंपनी का अधिकारी बताया और जानकारी दी कि अगर वह उनकी कंपनी से जुड़ेंगे तो उन्हें हर सप्ताह 10 हजार रुपये कमाने को मिलेंगे।
सुनील को बताया गया कि उन्हें डेटिंग करनी होगी। पहले तो सुनील उसकी बातों में नहीं आया लेकिन हर माह 10 हजार रुपये बैठे-बैठाए कमाने के लालच में आकर सुनील ने शातिर से संपर्क साधा। इसके बाद कॉल करने वाले ने 1500 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस जमा कराने की बात की। सुनील ने शातिर के खाते पर गांव बोलनी में स्थित एक सीएससी सेंटर से पैसे ट्रांसफर करा दिए।
शातिर ने सुनील को कई तरह से उलझाकर रखा। पहले उसे पॉलिसी चेंज होने की बात की और फिर उसे मेडिकल कराने के नाम पर ठगा। इतना ही नहीं शातिर ने उसे प्लेयब्वॉय एग्रीमेंट के नाम पर ठगा। 30 लाख रुपये से ज्यादा की राशि शातिर के पास भेजने के बाद भी उसके पास एक फूटी कौड़ी वापस नहीं आई तो सुनील ने कॉल करने वाले शातिर से अपने पैसे वापस मांगे तो शातिर ने कहा कि इसके लिए अपको नो क्लेम एग्रीमेंट बनवाना होगा और इसकी एवेज में 15 लाख रुपये देने होंगे। तभी आपके पैसे वापस आ सकते है।
सुनील ने अपने ही गांव के दोस्त वेद प्रकाश से 10 लाख रुपये उधार लिए और फिर किसी राहुल गुप्ता नाम के व्यक्ति के अकाउंट में यह नकदी डलवा दी। इस तरह सुनील ने 40 लाख 30 हजार 650 रुपये शातिर के अकाउंट में डलवा दिए। इतनी मोटी रकम ठगने के बाद भी शातिर उसे उलझाता रहा लेकिन सुनील को जब अभास हुआ तब तक काफी देर हो चुकी थी। सुनील ने सारी बैंक डिटेल्स के साथ साइबर थाना पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है।