माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी को ‘चुप्पी’ भारी पड़ गई। यह चुप्पी उन सवालों से संबंधित थी, जिनके पूछे जाने पर पहले तो उसने खामोशी ओढ़ ली। बहुत कुरेदने पर भी सिर्फ गोलमोल जवाब दिए। जांच में सहयोग न करने पर ही ईडी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को पूछताछ शुरू होने के कुछ देर बाद से ही अब्बास ईडी के सवालों पर जवाब देने से बचता रहा। पहले तो वह इस संबंध में जानकारी न होने की बात कहता और बहुत कुरेदने पर भी सिर्फ गोलमोल तरीके से ही अपना पक्ष रख रहा था।
ईडी अफसरों ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत दर्ज मामले की जांच में आए सामने आए तथ्यों को सामने रखकर सवाल दागने शुरू किए, तो कई बार उसने खामोशी ओढ़ ली। इनमें उसकी मां व दो मामा की कंपनी विकास कंसट्रक्शंस से जुड़े सवाल भी शामिल थे। दरअसल विकास कंसट्रक्शन वह फर्म है, जो अप्रत्यक्ष रूप से मुख्तार की ही कंपनी है। इस कंपनी के पांच पार्टनरों में उसकी पत्नी अफ्शा अंसारी व दो साले अनवर शहजाद व आतिफ रजा भी पार्टनर हैं। ईडी अफसरों ने जब अब्बास से पूछा कि विकास कंसट्रक्शन से उसके खाते में रकम का लेनदेन क्यों हुआ तो वह गोलमोल बातें करने लगा।
कई-कई बार पूछे गए एक सवाल
इसके बाद लगातार उससे सवाल पूछे जाते रहे और हर सवाल पर वह स्पष्ट जानकारी देने से बचता रहा। ईडी अफसरों ने कुछ सवाल कई-कई बार पूछे लेेकिन उसकी ओर से संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। रात 9.30 बजे तक सात घंटे की पूछताछ के बाद लगभग तय हो गया कि वह जांच में सहयोग नहीं करेगा। इसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद ही उसका मेडिकल कराया गया और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुख्ता सूत्रों का कहना है कि अब्बास को जांच में सहयोग न करना ही भारी पड़ा।
पिछली पूछताछ में ही आ गया था रडार पर
0 मऊ सदर सीट से विधायक अब्बास इसी साल 20 मई को हुई पहली पूछताछ में ही आ गया था रडार पर।
0 मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उसे छोटे भाई उमर समेत समन जारी कर बुलाया गया था पूछताछ के लिए। तब भी उसने बहुत से सवालों का नहीं दिया था स्पष्ट जवाब।
0 खासतौर से विकास कंसट्रक्शन के खातों से हुए लेनदेन के सवालों पर साधी थी चुप्पी।
0 एक अन्य मामले में फरारी के दौरान देश छोड़कर जाने की भी थी आशंका।
0 इसे देखते हुए ही 11 अक्तूबर को ईडी ने जारी कर दिया था लुकआउट नोटिस।
करोड़ों का लोन लेकर बनवाया था अवैध गोदाम
मनी लांड्रिंग केस की जांच में एक अन्य अहम बात भी सामने आई है। पता चला है कि जिस विकास कंसट्रक्शन के खाते से अब्बास के खाते में रकम के लेनदेन के सबूत ईडी अफसरों के हाथ लगे हैं, उसके नाम पर बने अवैध गोदाम को बैंक से लोन लेकर बनवाया गया था। खास बात यह कि लोन की रकम तो जमा नहीं ही की गई। अवैध गोदाम को एफसीआई को किराये पर देकर भी करोड़ों रुपये डकार लिए गए। बता दें कि मऊ जनपद के दक्षिणटोला थाना क्षेत्र स्थित रैनी गांव में बनवाए गए इस अवैध गोदाम को 29 अगस्त 2020 को प्रशासन ने बुल्डोजर चलवाकर जमीदोंज करा दिया था। गोदादम बनवाते समय गांव के ही दलित व्यक्ति की जमीन को भी दबंगई के बल पर कब्जाकर बाउंड्रीवाल बना ली गई थी।
कोर्ट में पेशी से पहले तीन राउंड में कुल 14 घंटे पूछताछ, उड़ा रहा चेहरे का रंग
कोर्ट में पेशी से पहले अब्बास अंसारी ईडी दफ्तर में शुक्रवार से शनिवार दोपहर तक करीब 23 घंटे मौैजूद रहा। इस दौरान उससे तीन राउंड में कुल 13 घंटे तक पूछताछ की गई। पहले राउंड में शुक्रवार दोपहर दो से रात 11 बजे तक सवाल दागे गए। फिर मेडिकल के लिए ले जाया गया और वहां से वापस आने पर दूसरे राउंड की पूछताछ शुरू हुई। यह रात 12 से दो बजे तक चली। शनिवार सुबह तीसरे राउंड में सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक उससे सवाल पूछे गए। 14 घंटे की पूछताछ के बाद जब अफसर उसे लेकर ईडी दफ्तर से निकले तो उसके चेहरे का रंग उड़ा हुआ था।