राजगीर से नई दिल्ली जाने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस में एक हफ्ते पूर्व हुए कारबाइन लूटकांड में घायल सिपाही राकेश कुमार (25) की बुधवार को ट्रॉमा सेंटर लखनऊ में मौत हो गई। वह हंडिया के बरौत के रहने वाले थे। उनका शव बृहस्पतिवार को पैतृक आवास पर लाया जाएगा। हंडिया थाना क्षेत्र के नाहरपुर पोस्ट बरौत गांव निवासी राकेश पुत्र अमृत लाल दो भाइयों में छोटे थे। बड़ा भाई दिनेश कुमार शिक्षामित्र है। पिता खेती करते हैं। अविवाहित राकेश गाजीपुर पुलिस लाइन में तैनात थे। उनकी ड्यूटी गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट से विधायक शोएब अंसारी की सुरक्षा में लगाई गई थी।
25 अक्तूबर को राकेश कुमार वाराणसी से नई दिल्ली जाने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस में बैठकर विधायक शोएब अंसारी की सुरक्षा ड्यूटी के लिए लखनऊ जा रहे थे। ट्रेन शाम करीब साढ़े छह बजे सुल्तानपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर पहुंची थी। तभी इंजन के पीछे लगी दिव्यांग बोगी में सवार यात्रियों ने एक सिपाही के घायल होने की सूचना गार्ड को दी थी। गार्ड ने घटना से ट्रेन के लोको पायलट को अवगत कराया था।
सूचना मिलने के बाद तत्कालीन जीआरपी थानाध्यक्ष शमीम सिद्दीकी, सिपाही आत्मा राम और अमन शुक्ला बोगी के पास पहुंचे थे, जहां उन्हें सिपाही राकेश कुमार ने लड़खड़ाती जुबान में हमले और कारबाइन लूटने की जानकारी दी थी। गंभीर हालत में सिपाही को जिला अस्पताल पहुंचाया गया था, जहां हालत नाजुक होने पर ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया था। बुधवार दोपहर ट्रॉमा सेंटर लखनऊ में उनकी मौत हो गई। उनकी मौत की खबर पहुंची तो घर में कोहराम मच गया। ग्रामीण भी जुट गए। रिश्तेदारों ने बताया कि शव बृहस्पतिवार को गांव लाया जाएगा। इसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा।