सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेस इंडिया (CDSL) के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 की सितंबर तिमाही में 48 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए। यह एशिया की पहली और एकमात्र सूचीबद्ध डिपॉजिटरी है। सीडीएसएल अगस्त 2022 में 7 करोड़ डीमैट खातों वाली पहली डिपॉजिटरी बन गई है।
देश के शेयर बाजारों में निवेशकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जुलाई से सितंबर 2022 की तिमाही में सीडीएसएल के 48 लाख डीमैट खाते खोले गए। इन आंकड़ों से साबित होता है कि भारतीय शेयर बाजारों के सहभागियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है।
सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेस इंडिया (CDSL) के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 की सितंबर तिमाही में 48 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए। यह एशिया की पहली और एकमात्र सूचीबद्ध डिपॉजिटरी है। सीडीएसएल अगस्त 2022 में 7 करोड़ डीमैट खातों वाली पहली डिपॉजिटरी बन गई है।
पिछले सप्ताह सेंट्रल डिपॉजिटरी ने 30 सितंबर 2022 को समाप्त छमाही के अपने वित्तीय नतीजे घोषित किए थे। इस दौरान डिपॉजिटरी की कुल आय साल-दर-साल आधार पर 7 फीसदी बढ़कर 316 करोड़ रुपये हो गई, जबकि शुद्ध लाभ 2022-23 (अप्रैल-सितंबर) की पहली छमाही के दौरान 8 फीसदी घटकर 138 करोड़ रुपये रह गया।
वहीं, जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान कुल आय पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले तीन फीसदी बढ़कर 170 करोड़ रुपये हो गई, जबकि शुद्ध लाभ 7 फीसदी घटकर 80 करोड़ रुपये रहा। सीडीएसएल के एमडी और सीईओ नेहल वोरा ने धनतेरस के शुभ अवसर पर सीडीएसएल की दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित किए और इस पर खुशी जताई।
सीडीएसएल देश की एक डिपॉजिटरी है। यह निवेशकों के शेयर, बांड, डिबेंचर तथा प्रतिभूतियों को कागजी के बजाए इलेक्ट्रॉनिक रूप में सुरक्षित रखती है। सीडीएसएल बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के लिए काम करती है। यह भारत की दूसरी डिपॉजिटरी है। इसका मुख्यालय मुंबई में है। यह एक तरह की शेयर बैंक है।