जानकारी के अनुसार एटीएस की टीम को पनवेल इलाके में प्रतिबंधित संगठन पीएफआई की गोपनीय गतिविधियों की जानकारी मिली थी। इसी आधार पर एटीएस की टीम ने बुधवार देर रात पनवेल इलाके में छापा मारकर पीएफआई के दो पूर्व पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया। इसके बाद इन दोनों के संपर्क में रहने वाले अन्य दो लोगों को भी गिरफ्तार किया गया।
एटीएस की टीम ने इसकी जानकारी बेहद गोपनीय रखी है और चारों से गहन छानबीन कर रही है। एटीएस की टीम ने बुधवार देर रात औरंगाबाद में भी छापेमारी की है, लेकिन उसका ब्योरा नहीं मिल सका है। सूत्र बता रहे हैं कि औरंगाबाद में भी एटीएस ने पीएफआई से जुड़े कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) और एटीएस ने पिछले महीने साझा कार्रवाई करते हुए पीएफआई के 20 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ के बाद मराठवाड़ा में फिजिकल ट्रेनिंग के नाम पर आतंकवाद की ट्रेनिंग दिए जाने की जानकारी मिली। साथ ही एटीएस की टीम ने इन गिरफ्तार सदस्यों के पास से सीडी बरामद की है, जिसमें राममंदिर निर्माण रोकने, बाबरी मसजिद का पुनर्निर्माण करने , देश को 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र बनाए जाने की साजिश रचे जाने के सबूत मिले हैं। साथ ही पीएफआई को इस काम के विदेश से बड़े पैमाने पर फंड आने की भी जानकारी मिली है।