दिवाली के बाद कांग्रेस की नई प्रदेश कार्यकारिणी का गठन होगा। इसमें 60 फीसदी सदस्य 50 साल से कम उम्र के होंगे, वहीं करीब एक तिहाई सदस्य 35 साल या उससे कम उम्र के शामिल किए जाएंगे। इस संबंध में वरिष्ठ नेता प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं। इसे जल्द पार्टी हाईकमान को भेजा जाएगा।
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस एक बार फिर यूपी में पैर जमाने का प्रयास कर रही है। वह अकेले चुनाव लड़ेगी या फिर किसी का हाथ थामेगी, ये अटकलें फिलहाल ज्यादा मायने नहीं रखतीं। पर दूसरे दलों के लिए कांग्रेस की अहमियत उसके संगठन की मजबूती पर निर्भर करेगी। सत्ताधारी दल को पसंद न करने वाले मतदाता भी उसके साथ आना तभी पसंद करेंगे, जब उसकी बुनियाद गहरी होती दिखेगी।
कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भी यह अच्छी तरह भांप चुका है कि यूपी में सशक्त हुए बिना दिल्ली की गद्दी दूर है। दूसरे, बड़े-बड़े दावे करने वाले आयातित नेताओं के दम पर यहां सशक्त नहीं हुआ जा सकता। साथ ही मौका मिलने के बावजूद जो अभी तक परिणाम न दे सके, उनकी भूमिका सीमित करना भी जरूरी है। यही वजह है कि नए प्रदेश अध्यक्ष और प्रांतीय अध्यक्ष देने के बाद अब पूरा ध्यान प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी के गठन पर है।
प्रस्ताव के अनुसार नई कार्यकारिणी में 75 सचिव होंगे और उनमें से प्रत्येक को एक जिले में संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। करीब 21 महासचिव और 9 उपाध्यक्ष बनाए जाएंगे। महासचिवों का कार्यक्षेत्र कोई न कोई कमिश्नरी और उपाध्यक्षों का कार्यक्षेत्र जोन होगा। विगत चुनावों की हार से कांग्रेस ने यह सबक भी लिया है कि पार्टी का 6-7 फीसदी परंपरागत वोट बैंक बनाए रखने के लिए पुराने कांग्रेसजनों को अहमियत देना जरूरी है। वहीं, जनाधार बढ़ाने के लिए युवाओं को मैदान में उतारना होगा। हालांकि युवाओं को मैदान में उतारना उसके लिए किसी बड़ी चुनौती से कम न होगा। क्योंकि मौजूदा दौर में पुन: पैर जमाने के लिए धैर्य की आवश्यकता होगी।
फीडबैक का सिस्टम होगा विकसित
कांग्रेस पार्टी अपने पदाधिकारियों के कामकाज की समीक्षा के लिए फीडबैक का सिस्टम भी विकसित करेगी। एक ऐसी टीम रहेगी, जो ग्राम व मोहल्ला स्तर के कार्यकर्ताओं से संवाद करके पदाधिकारियों के व्यवहार, काम करने के तरीकों और सक्रियता के बारे में जानकारी लेगी।
सत्ता तक पहुंचेगी कांग्रेस
52 वर्षीय प्रदेश कांग्रेस समिति के सदस्य ब्रिजेंद्र सिंह का कहना है कि युवाओं के जोश और वरिष्ठजनों के अनुभव का लाभ ही कांग्रेस को आगे बढ़ाएगा। इसलिए कांग्रेस ने हर स्तर के संगठन में वरिष्ठजनों के साथ-साथ युवाओं को भी समुचित प्रतिनिधित्व देने का निर्णय लिया है। निसंदेह यह रणनीति वर्ष 2024 के चुनाव में सत्ता तक पहुंचाएगी। -ब्रिजेंद्र सिंह (52 साल), प्रदेश कांग्रेस समिति सदस्य
नई ऊर्जा का होगा संचार
28 वर्षीय कांग्रेस प्रवक्ता सचिन रावत का कहना है कि हमारे नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष पहले ही कह चुके हैं कि कम से कम 50 फीसदी पद 50 साल से कम उम्र के कार्यकर्ताओं को दिए जाएंगे। युवा राजनीति में आगे आएंगे तो पार्टी में नई ऊर्जा का संचार होगा। युवाओं की अधिकाधिक भागीदारी के फैसले से बदलाव की जमीन तैयार होगी।