मुस्लिम धर्मगुरु और ईदगाह लखनऊ के पेश इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि मुस्लिम महिलाएं और लड़कियां धार्मिक मान्यताओं के तहत हिजाब पहनती हैं। हिजाब, मुस्लिम महिलाओं के सम्मान का प्रतीक है।
जस्टिस सुधांशु धूलिया के हिजाब पर बैन को रद्द करने के फैसले का स्वागत करते हुए मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं की शिक्षा जरूरी है। उन्हें उम्मीद है कि जस्जिद सुधांशु धूलिया की तरह ही बड़ी बेंच इस मामले की सुनवाई करते हए मुस्लिम लड़कियों की शिक्षा पर ध्यान देगी। उन्होंने आगे कहा कि हिजाब एक वक्त से चला आ रहा है। मुस्लिम महिलाएं व लड़कियां इसे पहनती चली आ रही हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार यह बेहद जरूरी है। फिर शिक्षा से इसे जोड़ना उचित नहीं है।