मशहूर भजन गायिका सुश्री मैथिली ठाकुर की भक्ति संध्या एवं युवाओं के चहेते कवि कुमार विश्वास का होगा काव्य पाठ
-एमपी के सीएम शिवराज समेत कई केंद्रीय व राज्य मंत्री होंगे शामिल
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की तपस्थली चित्रकूट में एक बार पुनः देश के नामचीन कलाकार सुर लहरियां बिखेरेंगे। चित्रकूट के विकास को कई आयामों के साथ जोड़कर देश-दुनिया को स्वावलम्बन का संदेश देने वाले राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख के जन्मदिन शरद पूर्णिमा से प्रारम्भ होने वाले तीन दिवसीय पारम्परिक एवं समकालीन कला की सांस्कृतिक संध्या ‘‘शरदोत्सव’’ प्रत्येक वर्ष एक नई छाप छोड़ रहा है। राष्ट्रीय स्तर के इस सांस्कृतिक आयोजन को लेकर चित्रकूट क्षेत्र के आम जनमानस को बड़े बेसब्री से इसका इंतजार रहता है।
भारत रत्न नानाजी देशमुख की जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर धर्म नगरी चित्रकूट में आयोजित होने जा रहे चार दिवसीय मेले के लिए तीन अलग-अलग परिसर होंगे। एक परिसर में ‘एक जिला-एक उत्पाद’ के लिए विशेष रूप से प्रदर्शनी होगी। दूसरे परिसर में राज्य के सभी विभागों के लिए प्रमुख विभागीय कार्यक्रम, विकास गतिविधियों, योजनाओं, नीतियों आदि को प्रदर्शित करने के लिए प्रदर्शनी तथा स्टॉल होंगे। तीसरा परिसर केन्द्र शासन के मंत्रालय/उपक्रम तथा निजी क्षेत्र की कंपनियों के लिये होगा। चार दिवसीय मेले में अलग-अलग विषयों पर सेमीनार, परिचर्चा, गोष्ठियाँ और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
ग्रामोदय मेले के आयोजन के संबंध में सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा व पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता एवं चित्रकूट के डीएम अभिषेक आनंद ने दीनदयाल शोध संस्थान के उद्यमिता परिसर पहुंचकर जिला अधिकारियों और संस्थान के पदाधिकारियों के साथ मेला आयोजन की रूपरेखा और गतिविधियों के संबंध में चर्चा की। इस मौके पर एसडीएम पीएस त्रिपाठी डीआरआई के संगठन सचिव अभय महाजन सहित स्थानीय प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे।
शनिवार को संगठन सचिव डीआरआई अभय महाजन ने बताया कि 9 से 12 अक्टूबर तक चलने वाले ग्रामोदय मेले के दौरान ग्रामोदय विश्वविद्यालय के संस्थापक भारत रत्न नानाजी देशमुख के जन्म-दिन के दृष्टिगत शरदोत्सव भी मनाया जायेगा। 4 दिवसीय इस मेला में मध्यप्रदेश शासन और भारत सरकार के कई मंत्रीगण भी सम्मिलित होंगे। फिक्की भी मेला के आयोजन में सहयोग करेगा। मेला का आकर्षण मुख्य रूप से ग्रामीण उत्पादों के साथ ही ‘एक जिला-एक उत्पाद’ होगा।
दीनदयाल परिसर उद्यमिता विद्यापीठ चित्रकूट में आयोजित ग्रामोदय मेला एवं शरदोत्सव में 9 से 12 अक्टूबर तक लगातार सिलसिलेवार आयोजन होंगे। निर्धारित कार्यक्रमानुसार प्रथम दिवस 9 अक्टूबर को मेला परिसर में प्रातः 9ः30 से 9ः55 बजे तक पूजन कर ग्रामोदय मेला का भव्य शुभारंभ किया जाएगा। प्रातः 10 से 11ः45 बजे तक मुख्य पंडाल में ग्रामीण महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण, जनप्रतिनिधियों सरपंच सम्मेलन, सुजलाम-जल संस्कृति, प्राकृतिक खेती क्रेता-विक्रेता सम्मेलन, जनजातीय समुदाय के पोषण एवं उत्तम स्वास्थ्य में फलों का महत्व, बाल संरक्षण अधिकारों पर जिला पंचायत अध्यक्षों का सम्मेलन और सेमिनार का उद्घाटन किया जाएगा।
प्रथम दिवस प्रातः 11ः45 बजे से 12ः30 बजे तक जनप्रतिनिधियों (सरपंचों) का सेमिनार, 12 बजे से मंदाकिनी भू-क्षरण रोक के लिए निर्माण कार्य का पंचवटी घाट पर भूमि पूजन, प्रातः 10 बजे से मेला भ्रमण, मेहंदी प्रतियोगिता, रंगोली एवं कलश अलंकरण प्रतियोगिता पंडाल में होंगी। वही अपरान्ह 2ः30 बजे से 5 बजे तक मूल्य सहायता प्राप्त खाद्य उत्पादों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं की क्षमता निर्माण और आर्थिक सशक्तिकरण पर सेमिनार विवेकानंद सभागार में तथा अपरान्ह 2ः30 बजे से 5 बजे तक पंचवटी घाट में सुजलाम-जल संस्कृति पर सेमिनार होगा। प्रथम दिवस सायं 7 से 10 बजे रात्रि तक मुख्य पंडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।जिसमें देश की सुप्रसिद्ध गायिका मैथिली ठाकुर का भजन संध्या का कार्यक्रम होगा। इसी दौरान खीर प्रसाद का वितरण भी किया जाएगा।
दूसरे दिन के कार्यक्रम’
दीनदयाल परिसर चित्रकूट में आयोजित ग्रामोदय मेला एवं शरदोत्सव में द्वितीय दिवस 10 अक्टूबर को मेला भ्रमण प्रातः 10 बजे से शाम 7 बजे तक होगा। इसके साथ ही प्रातः 10ः30 से 1 बजे तक प्राकृतिक खेती पर विवेकानंद सभागार में सेमिनार, सती अनुसुइया आश्रम में 10ः30 बजे से 12ः30 बजे तक सुजलाम सेमिनार, मेला पंडाल में 12 बजे से निबंध प्रतियोगिता, मुख्य पंडाल में चित्रकला प्रतियोगिता, गुरुकुल में स्वस्थ पशु प्रतियोगिता, विवेकानंद सभागार में अपरान्ह 2 बजे से 5 बजे तक प्राकृतिक खेती पर सेमिनार और शाम 7 बजे से 10 बजे तक मुख्य पंडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
क्रेता-विक्रेता सम्मेलन 11 अक्टूबर को
ग्रामोदय मेला एवं शरदोत्सव में तीसरे दिन 11 अक्टूबर को प्रातः 10 बजे से शाम 7 बजे तक मेला भ्रमण, प्रातः 10ः30 से 12ः30 बजे तक विवेकानंद सभागार में क्रेता-विक्रेता सम्मेलन, मेला पंडाल में दोपहर 12 बजे से भाषण प्रतियोगिता एवं मुख्य पंडाल में तीसरे दिवस शरद पूर्णिमा को सायं 7 बजे से 10 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जिसमें प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास शामिल होंगे।
अंतिम दिन 12 अक्टूबर को जिला पंचायत अध्यक्षों का सम्मेलन
ग्रामोदय मेला के अंतिम और चौथे दिन 12 अक्टूबर को प्रातः 10 बजे से शाम 7 बजे तक मेला भ्रमण, प्रातः 10 बजे से विवेकानंद सभागार में बाल संरक्षण अधिकार पर जिला पंचायत अध्यक्षों का सम्मेलन और प्रातः 11ः30 बजे से जनजातीय समुदाय के उत्तम स्वास्थ्य के लिए फलों की भूमिका पर सेमिनार होगा। चार दिवसीय ग्रामोदय मेला एवं शरदोत्सव का समापन 12 अक्टूबर को शाम 4 बजे मुख्य पंडाल से किया जाएगा।