पाकिस्तान से गुरुवार को प्रकाशित अधिकांश अखबारों ने सेना अध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा की सेवा विस्तार के लिए अनिच्छा व्यक्त किए जाने को प्रमुखता दी है। उन्होंने कहा है कि मुद्दत पूरी होने पर रिटायर हो जाऊंगा। फौज राजनीति से दूर है और हमेशा रहेगी। उन्होंने वाशिंगटन में पाकिस्तानी दूतावास में आयोजित भोज में मेहमानों से बातचीत में कहा है कि बीमार अर्थव्यवस्था को बहाल करना समाज के हर वर्ग की जिम्मेदारी होनी चाहिए। अखबारों ने रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का भी एक बयान छापा है जिसमें उन्होंने कहा है कि नए सेना अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया इस महीने या अगले महीने शुरू हो जाएगी। उनका कहना है कि इमरान को इसको लेकर के काफी परेशानी हो रही है।
अखबारों ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के उस बयान को भी छापा जिसमें उन्होंने कहा है कि सेना अध्यक्ष कोई भी आए फर्क नहीं पड़ता लेकिन सेना अध्यक्ष की नियुक्ति मेरिट पर होनी चाहिए। उन्होंने गृहमंत्री राना सनाउल्ला के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वह हमारे लांग मार्च को कैसे रोक पाएंगे। इस्लामाबाद के चारों तरफ हमारी हुकूमत है। लांग मार्च में हर जिले से 6000 कार्यकर्ता भाग लेने के लिए आएंगे। अखबारों ने सूचना प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब का एक बयान छापा है जिसमें उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से खेलने वाला फॉरेन एजेंट इस्लामाबाद क्या करने के लिए आ रहा है। इमरान खान पहले सवालों का जवाब दें, फिर लांग मार्च की तारीख का ऐलान करें।
अखबारों ने एशियाई डेवलपमेंट बैंक के जरिए पाकिस्तान को ढाई अरब डॉलर का ऋण दिए जाने की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने पेट्रोलियम मंत्री मुसद्दीक मलिक का एक बयान छापा है जिसमें उन्होंने कहा कि सर्दियों में गैस की किल्लत होगी लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं कि नाश्ते और खाने के वक्त गैस दे सकें। अखबारों ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के उपाध्यक्ष मरियम नवाज के जरिए अपने पिता से मुलाकात करने के लिए लंदन रवाना होने की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने बताया कि वह लगभग एक माह वहां रहेंगी और अपने पिता पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अपने साथ वापस लाने का प्रयास करेंगी।
सरहद इस पार से अखबारों ने अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सेना का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर को महत्व दिया है। इसमें एक लेफ्टिनेंट कर्नल शहीद हो गए हैं। यह सभी खबरें रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा दुनिया, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा जंग और रोजनामा औसाफ आदि के पहले पन्ने पर प्रकाशित की हैं। रोजनामा नवाएवक्त ने गृहमंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे के दौरान वहां पर हुर्रियत कांफ्रेंस की हड़ताल खबर को जगह दी है। अखबार ने बताया कि सेना के जवानों ने पांच कश्मीरी युवकों को इस दौरान मार गिराया है। अखबार ने बताया है कि कश्मीर के हालात से दुनिया को दूर रखने के लिए वहां पर इंटरनेट और मोबाइल सर्विस बंद कर दी गई। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को नजरबंद कर दिया कर दिया गया है।
रोजनामा खबरें ने एक खबर में लिखा है कि राष्ट्रीय जनता दल के विधायक मनोज झा पाकिस्तान में मानवाधिकार कार्यकर्ता आसमां जहांगीर की याद में आयोजित होने वाले दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान आना चाहते थे मगर उन्हें भारत सरकार ने आने से रोक दिया है। अखबार का कहना है कि आसमां जहांगीर ने पाकिस्तान में रहते हुए हमेशा अल्पसंख्यकों की आवाज उठाई थी और वह अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा की प्रतीक बन गई थीं। इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए मनोज झा को दावत दी गई थी मगर भारत सरकार ने उन्हें सम्मेलन में भाग लेने से रोक दिया है।