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प्रो. रामसेवक दुबे बने संस्कृत विश्वविद्यालय राजस्थान के नए कुलपति

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इलाहाबाद विश्वविद्यालय में संस्कृत के विभागाध्यक्ष प्रो. रामसेवक दुबे को जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर का कुलपति नियुक्त किया गया है। राजस्थान के राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कलराज मिश्र ने बृहस्पतिवार को उनकी नियुक्ति संबंधी आदेश जारी कर दिया।

प्रो. दुबे की कुलपति पद नियुक्ति तीन वर्ष के कार्यकाल या 70 वर्ष की आयु पूरी करने (दोनों में जो पहले हो) तक की गई है। प्रो. दुबे वर्तमान में इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (ऑटा) के अध्यक्ष भी हैं। साथ ही अखिल भारतीय केंद्रीय विश्वविद्यालय शिक्षक महासंघ के उपाध्यक्ष हैं। स्नातक, परास्नातक और डीफिल की उपाधियां क्रमश: 1978, 19802 एवं 1985 में इसी विश्वविद्यालय से प्राप्त की।

 

अद्वैत वेदांत एवं वेदांत के क्षेत्र में प्राप्त है विशेषज्ञता

उन्हें अद्वैत वेदांत एवं वेदांत के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त है। प्रो. दुबे की नियुक्ति वर्ष 1996 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में हुई थी। वर्ष 2003 में वह एसोसिएट प्रोफेसर बने और वर्ष 2009 से संस्कृत विभाग में आचार्य पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अब तक कुल 63 अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय सेमिनार और कार्यशालाओं में सहभागिता की है। उनकी तीन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं और एक अन्य प्रकाशित होने वाली है।

प्रो. दुबे ने इविवि में अनेक प्रशासनिक पदों का दायित्व भी संभाला है। वह चीफ प्रॉक्टर, असिस्टेंट प्रॉक्टर, प्राचार्य केपी यूनिवर्सिटी कॉलेज, वार्डेन केपीयूसी हॉस्टल, अधीक्षक जीएन झा हॉस्टल, एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी जैसे पदों पर रह चुके हैं। प्रो. दुबे ने कहा कि संस्क़ृत के प्रचार-प्रसार और संस्कृत भाषा की उन्नति के लिए इमानदारी से पूरा प्रयत्न करेंगे।

आज रिलीव हो सकते हैं प्रो. दुबे
कुलपति पद की नई जिम्मेदारी संभालने के लिए प्रो. राम सेवक  दुबे को इविवि से शुक्रवार को रिलीव किया जा सकता है। प्रो. दुबे का कहना है कि अगर शुक्रवार को रिलीव हो जाते हैं तो अगले तीन-चार दिनों में राजस्थान में ज्वाइन कर लेंगे।

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