नौसेना प्रमुख बनने के बाद पहली आधिकारिक यात्रा पर ऑस्ट्रेलिया गए एडमिरल आर हरि कुमार ने कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय गतिविधियों के साथ इंटरऑपरेबिलिटी बढ़ाने के लिए समुद्री-हवाई क्षेत्र में मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने नौसेना के बेड़े में शामिल किए गए स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत का एक मॉडल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना प्रमुख को दिया, जो रक्षा क्षेत्र में भारत के बढ़ते कदम और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।
चीफ ऑफ नेवल स्टाफ ने 26 से 28 सितंबर तक ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया। सीएनएस का पद संभालने के बाद ऑस्ट्रेलिया की यह उनकी पहली यात्रा थी। यात्रा के दौरान उन्होंने रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना के प्रमुख वाइस एडमिरल मार्क हैमंड, ऑस्ट्रेलियाई रक्षा बलों के उप प्रमुख वाइस एडमिरल डेविड जॉनस्टन, रक्षा सचिव ग्रेग मोरियार्टी, रॉयल ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना (आरएएएफ) के प्रमुख एयर मार्शल रॉबर्ट चिपमैन और संयुक्त अभियान के उप प्रमुख एयर वाइस मार्शल माइक किचर के साथ बैठकें कीं। इन बैठकों के दौरान नौसैन्य अधिकारियों ने कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय गतिविधियों के साथ इंटरऑपरेबिलिटी बढ़ाने के लिए समुद्री-हवाई क्षेत्र में मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई।
एडमिरल आर हरि कुमार ने एचएमएएस पेंगुइन और हाइड्रोग्राफिक स्कूल में रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना की सुविधाओं का दौरा किया। सीएनएस ने ऑस्ट्रेलिया में भारत के राजदूत मनप्रीत वोहरा और नौसेना प्रमुख के साथ नए समुद्री सहयोग के अवसरों को समझने और विकसित करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई थिंक टैंक के प्रमुख सदस्यों के साथ बातचीत की। इन चर्चाओं के दौरान समुद्री पर्यावरण की चुनौतियों पर काबू पाने के लिए तालमेल के स्तर और केंद्रित प्रयासों को बढ़ाने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला गया। दोनों देशों के नौसेना प्रमुखों ने समुद्री संबंधों की प्रगति समीक्षा करके इंडो-पैसिफिक में भारतीय नौसेना-ऑस्ट्रेलियाई नौसेना की साझेदारी मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
भारत और ऑस्ट्रेलिया भारत-प्रशांत में कई समकालीन समुद्री सुरक्षा मुद्दों पर दृष्टिकोण की समानता साझा करते हैं। दोनों देश हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी (आईओएनएस), हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (आईओआरए) और पश्चिमी प्रशांत नौसेना संगोष्ठी (डब्ल्यूपीएनएस) जैसे मंचों पर कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई नौसेना की ओर से डार्विन में आयोजित बहुपक्षीय अभ्यास ‘काकाडू’ में भारतीय नौसेना के जहाज सतपुड़ा और भारतीय नौसेना के एक पी-8आई समुद्री गश्ती विमान ने हिस्सा लिया। इस भागीदारी के बाद सीएनएस की यात्रा ने दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत किया है।