आयकर विभाग के सूत्रों का कहना है कि छापे की कार्रवाई अब तक बड़ी मात्रा में नगद, ज्वैलरी और फारेन गोल्ड के दस्तावेज बरामद किए गए हैं। यह कार्रवाई रविवार देर रात लखनऊ के अमीनाबाद में पुलिस की गिरफ्त में आए दो हवाला आपरेटर की गिरफ्तारी के बाद की गई है, जिनके पास से 1 करोड़ 70 लाख रुपये बरामद किए गए थे।
पुलिस ने इसकी जानकारी आयकर विभाग के अफसरों को दी थी, जिसके बाद मंगलवार को लखनऊ, कानपुर और बाराबंकी में छापे मारे गए। सूत्रों ने बताया कि कानपुर में जिस हवाला आपरेटर भवानी शंकर पुरोहित के ठिकानों पर छापा मारा गया है वह मिर्च का कारोबारी बताया जा रहा है। पूछताछ के दौरान उसने कुबूल किया है कि उसी के कहने पर राजस्थान के राकेश छिब्बर और मनोज लखनऊ में पैसे डिलीवर करने अमीनाबाद के गणेशगंज पहुंचे थे। यह पैसे नोट के नंबरों के जरिए ट्रांसफर किए जाते थे।
छापे के दौरान पहुंच गए ग्राहक, आयक अफसर को समझ बैठे हवाला कारोबारी
चौक में छापे के दौरान आयकर विभाग के अफसर भी दंग रह गए जब पुलिस और आयकर विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में ही तीन अलग अलग ग्राहक अपने पैसे डिलीवर करने कारोबारी के यहां पहुंच गए। इसमें से एक के पास 20 लाख रुपये, दूसरे के पास से साढ़े 12 लाख रुपये और तीसरे केपास से 5 लाख रुपये थे।
फारेन गोल्ड में भी किया कैश पैसों में निवेश
सूत्रों का कहना है कि आयकर विभाग की टीम को छापे के दौरान कई अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं। इसमें फारेन गोल्ड से जुड़े दस्तावेज भी शामिल हैं, जिसके बारे में आयकर विभाग के अधिकारी पड़ताल कर रहे हैं। सूत्रों का यह भी कहना है कि विदेशों से सोने की तस्करी के भी साक्ष्य मिले हैं, जिसकी पड़ताल की जा रही है।