सोमवती अमावस्या के दिन सोमवार को गंगा घाटों पर लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है। बाहरी प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं ने रात में ही गंगा घाटों पर डेरा डाल लिया था। सुबह से ही गंगा घाटों पर हर-हर गंगे के जय घोष होने लगे मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान भी संपन्न हुए घाटों पर तीर्थ पुरोहितों ने यजमानों के पितरों के तर्पण भी कराए।
कोरोना काल के बाद गंगा घाट पर पिछले दो वर्षों में यह पहला बड़ा पर्व है, जहां उत्तर प्रदेश सहित हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली, मध्य प्रदेश के लाखों लोगों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई है। जिले के कछला, लहरा, कादरगंज एवं शूकर क्षेत्र सोरों स्थित हरिपदी गंगा घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के साथ धार्मिक अनुष्ठान भी संपन्न कराए हैं। भोर के साथ ही गंगा के तट पर स्थित देवालय में घंटे घड़ियालों के स्वर गुंजायमान होने लगे। यह सिलसिला जारी रहा।
सोमवार को है सर्वार्थ सिद्धि योग
शूकर क्षेत्र सोरों के ज्योतिषाचार्य डॉ गौरव दीक्षित बताते हैं कि सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। इस बार ज्येष्ठ मास की अमावस्या भी है। इसी दिन शनि देव का भी जन्म हुआ था। इस दिन वट सावित्री पूजा भी है। इसके अलावा सोमवती अमावस्या के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग व सुकर्मा योग भी बन रहा है। ऐसा संयोग करीब 30 साल बाद बन रहा है। सोमवती अमावस्या, शनि जयंती के दिन पितृदोष से मुक्ति, शनि शांति, साढ़े साती आदि के उपाय करना भी अच्छे फल प्रदान करता है।
कराया तर्पण और मुंडन
गंगा घाट पर सोमवती अमावस्या के दौरान बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने तीर्थ पुरोहितों के माध्यम से विधि-विधान पूर्वक अपने पितरों का तर्पण कराया। इसके अलावा बालक बालिकाओं के मुंडन संस्कार भी संपन्न हुए। सोमवती अमावस्या पर्व के चलते तीर्थ पुरोहितों कि काफी व्यस्तता रही। उनके चेहरे खिलखिलाते नजर आए।
घाटों पर मजिस्ट्रेटों की रही तैनाती
जिले के सभी गंगा घाटों पर भीड़ के अतिरेक को देखते हुए डीएम हर्षिता माथुर ने प्रत्येक घाट पर मजिस्ट्रेट तैनात किए। इसके अलावा एसपी बोत्रे रोहन प्रमोद के निर्देश पर वाच टावर बनाए गए। जहां पुलिस की सक्रियता रही। पीएसी के नाविक एवं गोताखोर भी गंगा के तटों पर तैनात रहे। सोरों की ओर आने वाले भारी वाहनों को रविवार की देर रात से ही प्रतिबंधित कर दिया गया था। इसके लिए रूट भी डायवर्ट किए गए।
सोरों के आसपास 20 किलोमीटर तक रहा जाम
सोमवती अमावस्या पर गंगा में स्नान करने वालों की भीड़ का आलम यह था कि यहां शूकर क्षेत्र सोरों एवं उसके आसपास करीब 20 किलोमीटर तक जाम के हालात उत्पन्न हो गए। गैर प्रदेशों से आने वाले तीर्थयात्री अपने निजी वाहनों से गंगा स्नान के लिए पहुंचे। चिलचिलाती धूप में वाहनों में बैठे बच्चे बुजुर्ग महिलाएं काफी परेशान नजर आए। परिवहन निगम की बस सहित भारी वाहनों को डायवर्ट करने के बाद हालात ऐसे रहे। यातायात व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए यातायात पुलिस के साथ सिविल पुलिस के जवान भी मुस्तैद नजर आए।