करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़े में फंसे दि बोर्ड आफ एजुकेशन चर्च आफ नार्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस के चेयरमैन बिशप पीसी सिंह ने जमानत के लिए हाई कोर्ट में याचिका लगाई है। सोमवार को आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पीसी सिंह को जमानत देने का विरोध किया। अब इस मामले की अगली सुनवाई 30 सितंबर को होगी।
बिशप पीसी सिंह स्कूलों की फीस में घोटाला करने के अलावा अन्य अनियमितताओं में ईओडब्ल्यू की कार्रवाई और जांच में फंसने के बाद जबलपुर की जेल में बंद है। बिशप ने मप्र हाई कोर्ट में जमानत के लिए आवेदन दिया, जिस पर सोमवार को प्रारम्भिक सुनवाई हुई। ईओडब्ल्यू ने सुनवाई के दौरान बिशप को जमानत देने का विरोध किया। ईओडब्ल्यू ने कोर्ट को बताया कि अगर बिशप को जमानत दी जाती है तो वे साक्ष्यों को प्रभावित कर सकते हैं। इसके बाद ईओडब्ल्यू ने केस डायरी तलब की है। कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई के लिए 30 सितंबर की तारीख निर्धारित की है।
उल्लेखनीय है कि बिशप पीसी सिंह के ठिकानों पर गत दिनों ईओडब्ल्यू की टीम ने छापामार कार्रवाई की थी। कार्रवाई के दौरान ईओडब्ल्यू को नगदी, गहने समेत करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए थे। इसके अलावा उसके विभिन्न बैंकों में कुल 174 खातों का पता चला, जिनमें से पीसी सिंह के स्वयं के नाम पर, उसके परिजनों एवं संस्थाओं के 128 बैंक खाते हैं। जबकि 46 खाते शैक्षणिक संस्थाओं के नाम पर हैं। छापे के दौरान बिशप जर्मनी में था। ईओडब्ल्यू की टीम ने उसे जर्मनी से देश लौटते ही नागपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद से उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।