राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश में भी लम्पी वायरस का प्रकोप देखने को मिल रहा है। इसी के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को आपात बैठक बुलाई और विभागीय अधिकारियों से बीमारी से संबंधित जानकारी ली। उन्होंने पूछा कि प्रदेश में लंपी वायरस से कितने मवेशी प्रभावित हैं, कितने दम तोड़ चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के 26 जिलों में 7686 मवेशी प्रभावित हैं। इनमें से 5432 पशु ठीक भी हो चुके हैं। अब तक 101 मवेशियों की मौत हुई है।
मंत्रालय में हुई बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, पशुपालन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया समेत संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर भोपाल में स्टेट लेवल का कंट्रोल रूम बनाया गया है। पशु पालक टोल फ्री नंबर 1962 और 0755-2767583 पर जानकारी दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने गोशालाओं के पशुओं को इस वायरस से सुरक्षित रखने और लंपी प्रभावित जिलों की जानकारी ली। बताया गया कि जिन 26 जिलों के मवेशियों की रिपोर्ट लंपी पॉजिटिव मिली है, उनमें रतलाम, नीमच, उज्जैन, मंदसौर, आगर मालवा, शाजापुर, खंडवा, इंदौर, झाबुआ, धार, बुरहानपुर, अलीराजपुर, खरगौन, बड़वानी, बैतूल, हरदा, राजगढ़, नर्मदापुरम, भिंड, मुरैना, श्योपुर, ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, गुना, अशोकनगर शामिल हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पशुओं को लंपी वायरस से बचाने के लिए उनके मुफ्त टीकाकरण की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने इस बीमारी की रोकथाम के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश निर्देश दिए। इस दौरान मैदानी अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे।