पशु चिकित्सकों पर घायल गाय व अन्य जानवरों के इलाज से मना करने का आरोप लगाकर तथा पशु चिकित्सकों की लापरवाह कार्यप्रणाली के खिलाफ सात दिनों से धरने पर बैठे गौरक्षकों का गुस्सा फूटा गया। उन्होंने लंपी बीमारी व समय पर उपचार ना मिलने के कारण मरे गौवंश के शव को लेकर प्रदर्शन करते हुए पशुपालन मंत्री जेपी दलाल के आवास का घेराव किया। इस दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात रहा, जिन्होंने बैरिकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को को रोका।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पशुपालन मंत्री के आवास के बाहर ही मृत गौवंश को लेकर धरना दिया तथा सरकार व पशुपालन विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए चेतावनी दी कि जब तक लापरवाही बरतने वाले पशु चिकित्सकों व इनका साथ देने वाले विभाग के डिप्टी डायरेक्टर को सस्पेंड नहीं किया जाता, उनका संघर्ष जारी रहेगा। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने भिवानी-महेंद्रगढ़ से सांसद चौ. धर्मबीर सिंह को ज्ञापन सौंपा।
बता दें कि पशु चिकित्सकों द्वारा गाय व अन्य जानवरों के इलाज से मना करने का आरोप लगाते हुए संबंधित पशु चिकित्सकों को सस्पेंड करने की मांग को लेकर गौरक्षा दल के प्रधान संजय परमार के नेतृत्व में धरना भिवानी पॉलीक्लीनिक के पास जारी है, जिसके 7वें दिन मंगलवार को गौरक्षकों ने विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर शहर में प्रदर्शन किया तथा पशुपालन मंत्री आवास का घेराव किया।
इस मौके पर गौरक्षा दल के प्रधान संजय परमार एवं गौरक्षक मोनू तालु व वरुण बजरंगी ने कहा कि पशुपालन विभाग के चिकित्सक ड्यूटी को नजरअंदाज करते हुए घायल गाय व अन्य जानवरों का इलाज करने से मना करते हैं तथा गौरक्षकों पर ही अनाप-शनाप आरोप लगाते हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जबतक घायल गाय व अन्य जानवरों के इलाज से मना करने वाले पशु चिकित्सकों को सस्पेंड नहीं किया जाता है, उनका संघर्ष जारी रहेगा।