गौरतलब है कि सरकार ने कम बरसात से प्रभावित जिलों में फसल खराब होने का सर्वे कराया था। इसमें सामने आया है कि चंदौली, गाजीपुर, महाराजगंज, देवरिया, मिर्जापुर, भदोही, बलिया, मऊ सहित 17 जिलों में कम बारिश के कारण 33 से 75 फीसदी तक फसलें खराब हुई हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सामने आया है कि ऐसी भी तहसीलें हैं, जहां न सिंचाई के साधन है और न ही बारिश हुई है। एपीसी ने ऐसी तहसीलों में खरीफ के साथ रबी की फसलों को हुए नुकसान का भी आकलन करने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारियों ने मांगा समय
राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव सुधीर गर्ग का कहना है कि सर्वे रिपोर्ट तैयार की जा रही है। सभी जिलों से रिपोर्ट पूरी नहीं मिली है। प्रदेश में हो रही बरसात के मद्देनजर कुछ जिलाधिकारियों ने सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए समय मांगा है।