जिला अस्पताल में मलेरिया, टाइफाइड सहित सर्दी, बुखार, जुखाम से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ गयी है। चिकित्सक मरीजों को जांच कर रिपोर्ट देखने के बाद हीं दवाएं दे रहे है। प्रतिदिन करीब तीन सौ से साढ़े तीन सौ मरीजों की जांच करायी जा रही है।
कभी तेज धूप तो कभी झमाझम बारिश होने के कारण कभी बेतहाशा उमस और फिर शाम को ठंडी हवाएं से सर्द गर्म होने के कारण वायरल फीवर सहित अन्य मरीजों की संख्या बढ़ रही है। वायरल बुखार, मलेरिया, टायफाइड का संक्रमण तेज हो गया है। डेंगू का खतरा बढ़ने लगा है। डायरिया, पीलिया के मरीज भी मिल रहे हैं। खानपान में लापरवाही इसकी प्रमुख वजह है। बीमार होने वालों में सबसे ज्यादा बच्चों की है। जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या डेढ़ गुनी हो चुकी है। निजी अस्पतालों सहित ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में भी ऐसे मरीजों की तादाद में तेजी से इजाफा हो रहा है। डॉक्टर दवा-उपचार के साथ सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। सीएमएस डा. राजेश सिंह ने बताया कि मरीजों की जांच कराकर दवाएं दी जा रही है। मलेरिया व टाइफाईड के मरीज मिल रहे है। उन्होने कहा कि बीमारियों से बचाव के लिए सावधानी बरते।