सूत्रों ने बताया कि गोपाल राय जिस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, उससे वे कभी चुनाव नहीं लड़े। उन पर आरोप है कि वह डमी पार्टी बनाकर चुनावी चंदा जुटाने का काम कर रहे थे। गोपाल कई एनजीओ भी चलाते हैं, जिसका कार्यालय उनका घर है।
गोपाल राय के घर पर केंद्रीय लोक शिकायत और जांच संस्थान, अखिल भारतीय गौ रक्षा परिषद, औद्योगिक एवं प्राविधिक शिक्षा परिषद, राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ जैसे संगठनों का बोर्ड उनके घर के बाहर लगा है जिस पर बड़े-बड़े नेताओं और मंत्रियों की तस्वीरें लगी हैं। आयकर की टीम तलाशी के दौरान गोपाल राय से विभिन्न दस्तावेज के संबंध पूछताछ करती रही। इस बीच गोपाल राय ने अपने घर पर पड़े इंकम टैक्स के छापे को साजिश का हिस्सा बताया है।
उधर, सुल्तानपुर में घड़ी साज की पार्टी के दफ्तर पर भी 16 घंटे छापे चले। पड़ताल के दौरान पता चला कि अब्दुल माबूद इदरीसी जिनकी चौक में घड़ी की दुकान है, उनकी राजनैतिक दल अपना देश पार्टी को 2013 से अब तक 425 करोड़ रुपये चंदे के तौर पर मिले हैं। छापे के बाद आयकर की टीम कई अहम दस्तावेज माबूद के घर से अपने साथ ले गई। सूत्रों ने बताया कि माबूद के खाते में आई अधिकतर रकम गुजरात से आई। माबूद ने गुजराज में रज्जाक को अपनी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। प्रदेश अध्यक्ष के जरिए कालेधन को सफेद करने काम किया जा रहा था।
आयकर अधिकारियों के अनुसार जनराज्य पार्टी ने बिना लिखा पढ़ी के करोड़ों रुपये चुनावी चंदे के रूप में एकत्र किया। रविशंकर के प्रयागराज स्थित ठिकानों पर बृहस्पतिवार की दोपहर बाद तक आयकर विभाग की टीम मौजूद रही। इस दौरान कई महत्वपूर्ण रिकॉर्ड जब्त कर लिए। आयकर विभाग को यहां भी अवैध तरीके से हुए लेनदेन के सुबूत मिले हैं, जिनकी पड़ताल की जा रही है।