प्रभारी निरीक्षक पीजीआई बृजेश यादव के मुताबिक, साउथ सिटी रेलवे अंडरपास के पास से बाइक सवार महिला और उसके साथी को रोका गया। बाइक चला रहे युवक की पहचान कानपुर नौबस्ता निवासी मो. आसिफ और युवती की पहचान सरोजनी नगर के चिल्लावां निवासी राधा के रूप में हुई। दोनों जीजा-साली हैं।
प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक, मिथिलेश सिंह से हुई वारदात में बाइक का नंबर और फुटेज मिले थे। इसके आधार पर ही आरोपियों को दबोचा गया है। आसिफ ने कुबूला कि वह बाइक चलाता था और राधा चेन लूट करती थी। दोनों ने आठ वारदातों को अंजाम दिया है। लूटे गहनों को राह चलते लोगों को बेच देते थे। इसके लिए राहगीरों को मुसीबत में फंसे होने का झांसा देते थे।
पांच साल पहले बाल संरक्षण गृह से हुआ था फरार
पुलिस के मुताबिक, आसिफ 2016 में पारा के बाल संरक्षण गृह से फरार होने के बाद से लूट की वारदात कर रहा था। पारा थाने में आसिफ के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इसके बाद से पारा पुलिस उसकी तलाश कर रही थी, लेकिन वह हाथ नहीं आया।