चर्चा है कि उन्हें नीति तय करने संबंधी जिम्मेदारी मिल सकती है। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही इस संबंध में औपचारिक आदेश जारी कर दिए जाएंगे।
विस्तार पाने की तमाम चर्चाओं के बीच 31 अगस्त को अवनीश अवस्थी सेवानिवृत्त हो गए थे।
अपर मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त हुए अवनीश अवस्थी को जल्द ही प्रदेश में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है। चर्चा है कि उन्हें नीति तय करने संबंधी जिम्मेदारी मिल सकती है। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही इस संबंध में औपचारिक आदेश जारी कर दिए जाएंगे।
विस्तार पाने की तमाम चर्चाओं के बीच 31 अगस्त को अवनीश अवस्थी सेवानिवृत्त हो गए थे। उप्र.एक्सप्र्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) समेत उनके सभी विभागों का कार्यभार प्रमुख सचिव, मुख्यमंत्री व सूचना संजय प्रसाद को सौंप दिया गया।
अवस्थी के पास गृह के अलावा गोपन, वीजा-पासपोर्ट, जेल प्रशासन एवं सुधार, सतर्कता विभाग, धर्मार्थ कार्य विभाग की जिम्मेदारी थी। वह यूपीडा व उप्र. स्टेट हाईवेज अथॉरिटी (उपशा) के सीईओ और डीजी जेल भी थे। ऊर्जा विभाग का अतिरिक्त चार्ज भी उनके पास था।
अवनीश अवस्थी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफी भरोसेमंद और सबसे पावरफुल ब्यूरोक्रेट रहे हैं। अवस्थी 1984 के बाद सबसे लंबे समय तीन वर्ष एक माह तक गृह विभाग का मुखिया रहने का रिकॉर्ड बना गए। उनका कार्यकाल एक अगस्त, 2019 से 31 अगस्त, 2022 तक रहा। इससे पहले आरसी टकरू का कार्यकाल नवंबर 1980 से मार्च 1984 तक का था।
अवस्थी के सेवानिवृत्त के बाद उनके सम्मान में पुलिस विभाग की ओर से भी विदाई सम्मान समारोह का अयोजन किया था। लखनऊ के सप्रू मार्ग स्थित पुलिस ऑफिसर्स मेस में अवस्थी के सम्मान में कार्यवाहक डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान की ओर से यह आयोजन किया गया। इसमें लखनऊ में नियुक्त एसपी से लेकर एडीजी स्तर तक के अधिकारियों को आमंत्रित किया गया था।