चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड में स्वयं सेवी संस्था जनदेश की ओर से गुरुवार को पोषण सप्ताह कार्यक्रम की शुरूआत की। जिसमें महिलाओं एवं बच्चों को दिए जाने वाले पोषाहार के बारे में जानकारी दी गई।
जनदेश की कार्यकर्ता ऋतु ने गर्भवती महिलाओं और बच्चों को जानकारी दी कि स्थानीय खाद्य पदार्थ जिनमें संपूर्ण पोषण के तत्व होते है उनका उपयोग करके अपने स्वास्थ्य को सही रखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि स्थानीय स्तर पर पैदा होने वाले फल, सब्जी, दाल कुपोषण के शिकार हो रहे बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार ला सकते है। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में उत्पादित होने वाला मुंडवा सबसे अधिक आयरन की पूर्ति शरीर के लिए करता है। मंडवे को अपने खान-पान का हिस्सा बनायें। उन्होंने बच्चों को फास्ट फूड का उपयोग कम से कम करने की अपील की।
कलावती शाह ने चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 की जानकारी देते हुए बताया कि गरीब, असहाय और मुसीबत में फंसे बच्चों के लिए यह हेल्प लाइन कारगर साबित हो रही है। उन्होंने महिलाओं और बच्चों से आंगनबाड़ी केंद्रों में नियमित रूप से सरकार की ओर से पोष्टिक आहार एवं बच्चों का नापतोल वजन नापने का काम निरंतर करते रहने की सलाह दी। कार्यक्रम में ममता देवी ने भी पोषाहार के बारे में जानकारी दी।