आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राजेंद्र नगर के विधायक दुर्गेश पाठक ने गुरुवार को प्रेसवार्ता कर मध्यप्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चियों और महिलाओं को मिलने वाले राशन में 2.5 हजार करोड़ का घोटाला हुआ है। यह मध्यप्रदेश के इतिहास में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में व्यापम घोटाले के बाद शायद यह दूसरा सबसे बड़ा घोटाला होगा।
उन्होंने कहा कि यह भ्रष्टाचार स्कूल में पढ़ने वाली बच्चियों और गर्भवती महिलाओं के राशन से संबंधित है। उनकी बेहतर सेहत के लिए पौष्टिक राशन दिया जाता है जिससे वह कुपोषण जैसी परेशानी का शिकार ना हों। मध्यप्रदेश देश सबसे कुपोषित राज्यों में तीसरे स्थान पर आता है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने एक योजना बनाई कि महिलाओं और बच्चियों को अच्छा राशन बांटा जाएगा । लेकिन इस पूरे सिस्टम में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है।
आंकड़ों के माध्यम से घोटाले की जानकारी देते हुए पाठक ने कहा कि हमने 36.08 लाख बच्चियों को राशन बांटा गया है। जबकि स्कूल के मुताबिक यहां 9 हजार बच्चे ही पढ़ते हैं। इन आंकड़ों में इतना बड़ा अंतर है कि साफ पता चलता है कि पूरे मामले में कितनी बड़ी गड़बड़ी है।
सेंटर का सर्वे हुआ तो उन्होंने कहा कि 49 आंगड़बाड़ियों की लगभग 29 हजार महिलाओं को राशन बांटा है। जबकि आंगड़बाड़ियों का कहना है कि हमारे यहां सिर्फ तीन महिलाएं ही रेजिस्टर हैं। प्रश्न यह उठता है कि वह 29 हजार महिलाएं कौन सी हैं जिन्हें राशन बांटा गया।
आप नेता ने कहाकि यह पूरा प्रोजेक्ट लगभग 2.5 हजार करोड़ रुपयों का था जिसमें बहुत बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ।