बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना गुरुवार को अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में अकीदत के फूल पेश करेंगी। उनकी इस प्रस्तावित अजमेर यात्रा की तैयारी पूरी कर ली गई हैं।
वह सड़क मार्ग से दोपहर एक बजे जयपुर से अजमेर पहुंचेंगी। वे यहां पहले सर्किट हाउस में कुछ देर विश्राम करेंगी। उसके बाद सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में हाजिरी देंगी। प्रधानमंत्री रहते शेख हसीना की यह तीसरी बार हाजिरी है। इस बार वे अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों को भी साथ ला रही हैं। बताया जा रहा है कि करीब 30 से अधिक लोगों का काफिला शेख हसीना के साथ दरगाह की जियारत के लिए पहुंचेगा। बांग्लादेश सरकार के प्रतिनिधियों के साथ राज्य सरकार और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बुधवार को ही जयपुर से अजमेर तक प्रधानमंत्री की यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए फुल रिहर्सल की।
अजमेर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के अनुसार प्रधानमंत्री की अजमेर यात्रा के दौरान सुरक्षा प्रबंधन को लेकर तमाम तैयारी कर ली गई है। बुधवार को रिहर्सल के दौरान भी धानमंडी से दरगाह तक का बाजार बंद रखा गया। दरगाह को जायरीन से खाली करवा लिया गया। गुरुवार को भी सुबह 10 बजे से ही दरगाह को जायरीन से खाली करा लिया जाएगा। दरगाह और उसके आस पास के क्षेत्र में चप्पे चप्पे पर सुरक्षा इंतजाम कड़े किए गए हैं। शेख हसीना की सड़क मार्ग से अजमेर तक की यात्रा को निर्विध्न एवं सुरक्षित बनाए रखने के दृष्टिगत मार्ग तमाम स्पीड ब्रेकर तक हटा दिए गए हैं। इस दौरान अजमेर में प्रवेश से लेकर दरगाह तक के मार्ग में पड़ने वाले कोर्ट कचहरी तक में सुबह अघोषित अवकाश रखा गया है। दरगाह से जुड़े सभी मार्गों पर बेरीकेडिंग की गई है। आम जायरीन को इस दौरान दरगाह में जियारत की इजाजत नहीं होगी।
शेख हसीना के सुरक्षा इंतजाम को लेकर आईजी पुलिस रुपिंदर सिंह ने एक ब्रीफ मीडिया को भी दिया। सिंह ने बताया कि 6 आईपीएस व 12 एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारियों के साथ कई सीओ व सीआई को ड्यूटी पर लगाया गया है। इसके अलावा करीब डेढ़ हजार से ज्यादा पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के आगमन पर दरगाह के बुलंद दरवाजे से शादियाने बजाए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि शेख हसीना के आगमन से पूर्व दस दिनों से उनके शानदार इस्तकबाल की तैयारियां हो रही हैं। हसीना का काफिला जिस सड़क से गुजरेगा, उस सड़क को रातों रात चमचमाती सड़कों में बदल दिया गया है। स्ट्रीट लाइट से लेकर सभी सरकारी सुविधाएं दुरुस्त कर दी गई हैं। शेख हसीना दोपहर तीन बजे दरगाह जियारत करेंगी, लेकिन सुबह 10 बजे ही दरगाह परिसर को खाली करवा लिया जाएगा। इस दौरान आम जायरीन को जियारत भी नहीं करने दी जाएगी।
शेख हसीना दरगाह में कितना समय गुजारेंगी, यह तय नहीं है, उन्हें दरगाह में जियारत कर लौटने में समय अधिक लगा तो उनके लिए स्थानीय घूघरा हेलीपैड से हेलीकॉप्टर से आगे की यात्रा का इंतजाम भी किया गया है। अजमेर में बांग्लादेश सरकार के प्रतिनिधि मंडल ने कैंप कर यहां जिला प्रशासन से समन्वय कायम कर प्रधानमंत्री शेख हसीना के आगमन और प्रस्थान के संबंध में सभी सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया और आवश्यक तैयारियां की हैं।