मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देशभर के सरकारी स्कूलों को अपग्रेड करने के मुद्दे पर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री की ओर से 14,500 स्कूलों को मॉडल स्कूल के तौर पर विकसित किए जाने की घोषणा को बढ़िया बताते हुए देश के सभी सरकारी स्कूलों को शानदार बनाने की मांग की है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने पत्र के जरिए प्रधानमंत्री से कहा है कि आपने महज 14,500 सरकारी स्कूलों को ठीक करने की योजना बनाई है। ऐसे तो पूरे देश के 10 लाख सरकारी स्कूलों को ठीक करने में 100 साल लग जाएंगे, तो क्या अगले 100 साल भी हम दूसरे देशों से पीछे रह जाएंगे? देशभर में 18 करोड़ बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं और 80 फीसद सरकारी स्कूलों की हालत कबाड़खाने से भी ज्यादा खराब हैं।
उन्होंने कहा है कि 1947 में हमसे बहुत बड़ी गलती हुई। देश आजाद होते ही सबसे पहले हमें भारत के हर गांव व मोहल्ले में शानदार स्कूल खोलने चाहिए थे, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। इससे भी अधिक दुख की बात यह है कि हमने अगले 75 साल भी अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने पर ध्यान नहीं दिया। मेरा आपसे आग्रह है कि सारी राज्य सरकारों को साथ लेकर देश के सभी 10 लाख सरकारी स्कूलों को अगले 5 साल में शानदार बनाने के लिए योजना बनाई जाए और उस पर कार्य किया जाए।
केजरीवाल ने आगे पत्र में लिखा है कि देश के 130 करोड़ लोग अब और रुकने के लिए तैयार नहीं हैं। सब लोग चाहते हैं कि भारत दुनिया का नम्बर वन देश बने, भारत एक अमीर देश बने, भारत एक सर्वश्रेष्ठ और शक्तिशाली देश बने। इसलिए मेरा आपसे आग्रह है कि 14,500 की बजाय सभी 10 लाख सरकारी स्कूलों को शानदार बनाने की योजना बनाई जाए। इसमें सभी राज्य सरकारों को साथ लिया जाए और अगले पांच वर्षों में इसे कार्यान्वित किया जाए, सारा देश यही चाहता है। पत्र के अंत में केजरीवाल ने लिखा है कि दिल्ली में हमने बहुत कम पैसों में सरकारी स्कूल बहुत शानदार बना दिए। राष्ट्र निर्माण के इस कार्य में हम पूरी तरह आपका सहयोग करेंगे।