बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने देश के सभी पंचायतों से पोषण अभियान में सार्थक भागीदारी करने की अपील किया है।
गिरिराज सिंह ने बुधवार को कहा है कि पंचायतें जन भागीदारी एवं जन जागरूकता अभियान के माध्यम से पोषण माह के दौरान पोषण अभियान के तहत गांवों से कुपोषण को दूर करने का सार्थक प्रयास करें तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सुपोषित भारत के विजन को पूरा करने में योगदान दें।
उन्होंने कहा कि महिला और बाल विकास मंत्रालय एक से 30 सितम्बर तक पांचवां राष्ट्रीय पोषण माह मना रहा है। इस वर्ष पोषण माह का उद्देश्य ग्राम पंचायतों को महिला और स्वास्थ्य तथा बच्चा और शिक्षा विषय पर विशेष ध्यान देने के साथ पोषण पंचायतों के रूप में जोड़ने की है।
गिरिराज सिंह ने कहा है कि पांचवें राष्ट्रीय पोषण माह में प्रधानमंत्री के सुपोषित भारत के विजन को पूरा करने के लिए जन आंदोलन को जनभागीदारी में बदलने का लक्ष्य है। पंचायती राज संस्थाओं के सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों एवं कर्मचारीगण से अनुरोध करता हूं कि पोषण माह-2022 के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार कर यह सुनिश्चित करें कि सभी गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं, छह साल से कम उम्र के बच्चों और किशोरियों को पोषण अभियान की सभी सुविधाएं एवं बुनियादी एकीकृत बाल विकास सेवाएं अवश्य प्राप्त हो।
उन्होंने कहा कि देश को कुपोषण मुक्त बनाने की दिशा में भारत सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय पोषण अभियान एक महत्वपूर्ण पहल है। इसके तहत जनांदोलन, समुदाय आधारित गतिविधियों एवं संबंधित विभागों के अंतर समन्वय से तय सीमा के तहत कुपोषण की दर में कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इस परिपेक्ष्य में राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान आयोजित होने वाले विषयों, गतिविधियों एवं कार्यक्रमों के विषय संबंधित मंत्रालयों को संवेदनशील बनाने के लिए सहयोगी मंत्रालयों तथा विभागों के स्तर से कार्य किए जा रहे हैं। जिसमें चार विषयों महिला एवं स्वास्थ्य, बच्चा एवं शिक्षा (पोषण भी पढ़ाई भी), लिंग संवेदीकरण और जल संरक्षण तथा जनजातियों क्षेत्रों में महिलाओं एवं बच्चों के लिए पारंपरिक भोजन पर फोकस करते हुए राष्ट्र को पोषण युक्त बनाने में हम सबको सार्थक भागीदारी निभानी चाहिए।