लोकसभा चुनाव-2024 में मिशन 80 को पूरा करने के लिए भाजपा ने 24 हजार कमजोर बूथों पर कमल खिलाने की रणनीति बनाई है। इसके लिए पार्टी ने बूथ सशक्तीकरण अभियान का पहला चरण पूरा कर लिया है। पार्टी ने केंद्र सरकार की नौ प्रमुख योजनाओं के लाभार्थियों को साधकर इन कमजोर बूथों पर कमल खिलाने की तैयारी की है।
पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी ने 1.63 लाख बूथों में से करीब 1.24 लाख बूथों पर जीत हासिल की थी। पार्टी का मानना है शेष 39 हजार में 24 हजार बूथ ऐसे हैं जहां पर यदि मेहनत की जाए तो परिणाम बदल सकता है। अन्य 15 हजार बूथ मुस्लिम बहुल हैं।
पार्टी ने इन कमजोर बूथों पर सशक्तीकरण अभियान चलाकर पीएम आवास योजना, किसान सम्मान निधि, गरीब कल्याण अन्न योजना, मुद्रा योजना, स्वनिधि योजना, आयुष्मान योजना सहित नौ योजनाओं के लाभार्थियों से संपर्क किया है। लाभार्थियों को समझाने की कोशिश की है कि जिन योजनाओं का लाभ उन्हें मिला है या मिल रहा है वह पीएम मोदी के कारण मिला है।
इन योजनाओं का आगे भी लाभ लेने के लिए 2024 में फिर मोदी सरकार का बनना आवश्यक है। अभियान के प्रभारी एवं प्रदेश महामंत्री अश्विनी त्यागी ने पहले चरण की रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह को सौंप दी है।
ये है तैयारी: सूत्रों के मुताबिक 24 हजार बूथों पर 2024 तक लगातार किसी ना किसी कार्यक्रम के जरिए पार्टी सक्रिय रहेगी और लाभार्थियों को पार्टी से जोड़ेगी। बूथ समिति में क्षेत्र की प्रमुख जातियों के सदस्यों को शामिल करने के साथ वहां के प्रभावशाली लोगों से भी लगातार संपर्क बनाया जाएगा। वहां की स्थानीय समस्याओं का समाधान और आवश्यकताओं की पूर्ति भी सरकार से कराई जाएगी।