विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शेयर बाजार में 20 माह का रिकॉर्ड तोड़ा है। इस महीने में शुद्ध रूप से 47,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इससे पहले दिसंबर, 2020 में 62,016 करोड़ निवेश किया था। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल अक्तूबर से लगातार पैसा निकाल रहे विदेशी निवेशकों ने इस साल जुलाई में 5,000 करोड़ के निवेश से वापसी की। विश्लेषकों का कहना है कि अक्तूबर से बाजार में गिरावट का एक प्रमुख कारण एफआईआई की निकासी थी। जुलाई से इनकी वापसी से बाजार भी वापसी कर के 60 हजार के करीब आ गया है।
2020 के बाद से चार बड़े निवेश
निवेश | रकम (करोड़ में) |
अगस्त, 2020 | 47,080 |
नवंबर, 2020 | 60,358 |
दिसंबर, 2020 | 62,016 |
जनवरी, 2021 | 25,787 |
2020 के बाद से चार बड़ी निकासी
निकासी | रकम (करोड़ में) |
मार्च, 2020 | 61,973 |
मार्च, 2021 | 41,123 |
मई, 2021 | 39,993 |
जून, 2021 | 50,203 |
रिलायंस इंडस्ट्रीज में 10.28 फीसदी का निवेश
एफआईआई के कुल निवेश का 46 फीसदी हिस्सा केवल 10 कंपनियों में है। रिलायंस में 59.4 अरब डॉलर निवेश है। यह कुल निवेश का 10.28 फीसदी है। एचडीएफसी बैंक में 43.4 अरब डॉलर और एचडीएफसी लि में 34.4 अरब डॉलर है। आईसीआईसीआई बैंक में 33.7 अरब डॉलर और इंफोसिस में 25.5 अरब डॉलर है।
टीसीएस में 20.9 अरब डॉलर का निवेश
टीसीएस में 20.9 अरब डॉलर का निवेश है। कोटक बैंक में 17.3 अरब डॉलर, एक्सिस बैंक में 12.1 अरब डॉलर है। निफ्टी के बाकी 40 शेयरों में 137 अरब डॉलर का निवेश है। निफ्टी के कुल शेयरों में निवेश 402 अरब डॉलर है।