राजस्थान के सीमावर्ती जिले बीकानेर में देररात भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र पाकिस्तान का बहावलपुर रहा, जहां रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.1 मापी गई। इसकी तरंगें राजस्थान के बीकानेर से लगते सरहदी इलाके तक महसूस की गई। भूकंप के झटकों का असर बीकानेर जिले की बजाय सीमावर्ती क्षेत्र पर पूंगल, खाजूवाला तक सीमित रहा। भूकंप से अब तक किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।
भारतीय समयानुसार भूकंप रविवार-सोमवार रात करीब 2.01 बजे आया। इसका केंद्र जमीन से 10 किलाेमीटर अंदर था। भूकंप के केंद्र वाले बहावलपुर की बीकानेर से दूरी लगभग 236 किलोमीटर है। ऐसे में यहां हल्के झटके ही महसूस किए गए। इसका मामूली रूप से असर बीकानेर के पुंगल, खाजूवाला और गंगानगर के रावला मंडी के आसपास महसूस किया गया।
भूगर्भ वैज्ञानिकों के मुताबिक भूकंप की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल होती है। इसके अलावा उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी भूकंप आते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। इस स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता का भूकंप हल्का होता है, जबकि 6 की तीव्रता का मतलब शक्तिशाली भूकंप होता है।
भूकंप की तीव्रता का अंदाजा उसके केंद्र (एपिसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है। सैकड़ों किलोमीटर तक फैली इस लहर से कंपन होता है। धरती में दरारें तक पड़ जाती हैं। भूकंप का केंद्र कम गहराई पर हो तो इससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी करीब होती है, जिससे बड़ी तबाही होती है।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल