– हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन निरंतर जारी
कान्हा का जन्म होने को है, इसको देखते हुए कान्हा की नगरी के प्रत्येक तिराहे और चौराहों को दुल्हन की तरह सजाया गया है। यहां आने वाले श्रीकृष्ण भक्त इस आलौकिक छटा को देखकर योगीराज कृष्ण की भक्ति में सराबोर होकर ठाकुरजी के जयकारे लगा रहे हैं।
वहीं, रंग-बिरंगी रोशनी में नहाए कृष्ण के धामों से अलौकिक छटा बिखर रही है। कृष्ण नगरी के प्रवेश मार्ग उल्लास का अहसास करा रहे हैं। उप्र के अलग-अलग जिलों से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का आना निरंतर जारी है, उन्हें सिर्फ उस पल का इंतजार है जब योगेश्वर का प्राकट्य होगा।
इस बार यह भगवान श्रीकृष्ण का 5249वां जन्मोत्सव होगा, यानि ब्रज के लाडले कृष्ण कन्हैया इस बार 5248 वर्ष के हो गए हैं। भगवान कृष्ण के 5249वें वर्ष में प्रवेश करने पर जन्मोत्सव की तैयारियां व्यापक स्तर पर की जा रही हैं। ब्रज भूमि सज-संवर रही है। तिराहे-चौराहों को सजाया जा रहा है। कन्हैया के जन्म के दर्शन को श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर आने वाले भक्तों के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
मंदिर के विशेष कार्याधिकारी विजय बहादुर सिंह ने बताया कि रक्षा बंधन से पहले ही इस बार श्रद्धालुओं की भीड़ श्रीकृष्ण जन्मस्थान पहुंचने लगी थी। इन दिनों बड़ी संख्या में भक्त आ रहे हैं। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से पहले ही लोगों की भीड़ श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर देखने को मिल रही है। बड़ी संख्या में विभिन्न राज्यों के श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। दिन भर मंदिर के मुख्य द्वार पर दर्शनार्थियों की लाइन लग रही हैं। उत्तर प्रदेश तीर्थ विकास परिषद द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। झांसी से कलाकार यहां पहुंच चुके हैं जो शुक्रवार जन्मभूमि परिसर में हिन्दू संस्कृति का प्रदर्शन करेंगे, यह श्रद्धालुओं के लिए न भूलने वाले पल होगा।
इन चौराहों पर हो रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम, कलाकार कर रहे रिहर्सल जारी
– पोतरा कुंड मेंसन के सामने
– महाविद्या चौराहा
– श्रीकृष्ण जन्मभूमि गेट नं-3
– मसानी मुकुंद विहार के पास
– डींग गेट सब्जी मंडी
– भूतेश्वर तिराहा
– महाविद्या तिराहे से गोविंद नगर थाने के बीच
(ये सभी मंच श्रीकृष्ण जन्मस्थान के निकट हैं। )
– रेलवे स्टेशन माल गोदाम रोड
– बीएसए कॉलेज, एचडीएफसी बैंक के सामने
– नया बस अड्डा
– कृष्णापुरी तिराहा
– गोवर्धन चौराहा पुल के नीचे
– गोवर्धन थाने के पास
– परासौली
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल