उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय,हल्द्वानी और उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय देहरादून के मध्य मंगलवार को एक एमओयू हस्ताक्षर किए गए। एमओयू दोनों विश्वविद्यालय के मध्य आयुर्वेदिक योग एवं पंचकर्म जैसे विषयों के अंतर्गत प्रमाण पत्र, डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित करने को लेकर किया गया।
आयुर्वेद विश्वविद्यालय की ओर से मुक्त विश्वविद्यालय के इन विषयों में प्रमाण पत्र और डिप्लोमा के अंतर्गत अध्ययन करने वाले शिक्षार्थियों को विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण दिया जाएगा और इन पाठ्यक्रमों/ कार्यक्रमों की अध्ययन सामग्री भी आयुर्वेद विश्वविद्यालय के द्वारा ही तैयार करवाई जाएगी। पाठ्यक्रमों के संचालन के लिए मुक्त विश्वविद्यालय की ओर से एक समन्वयक नियुक्त किया जाएगा जो कार्यक्रमों के संचालन का समन्वय करेगा। मुक्त विश्वविद्यालय छात्रों को उक्त कार्यक्रम के प्रमाण पत्र व डिप्लोमा जारी करेगा। इस अवसर पर उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओपीएस नेगी ने कहा की यह पहल राज्य के उन समस्त युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा जो पंचकर्म योग एवं आयुर्वेद में व्यावहारिक जानकारी तो रखते हैं लेकिन उनके पास इन विधाओं में कोई प्रमाण पत्र या डिप्लोमा नहीं होता। उनकी व्यावहारिक योग्यता को मुक्त विश्वविद्यालय इन कार्यक्रमों के माध्यम से जहां प्रमाणित करने का काम करेगा वही उन्हें आयुर्वेद विश्वविद्यालय के सहयोग से इन्हें सैद्धान्तिक /व्यवहारिक प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुनील कुमार जोशी ने इसे दोनों विश्वविद्यालय द्वारा उठाया गया एक सराहनीय कदम बताया। उन्होंने कहा कि राज्य के बेरोजगार युवाओं के लिए यह एमओयू काफी कारगर साबित होगा।
इस अवसर पर आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. राजेश कुमार, उप कुलसचिव डा. संजय गुप्ता, उप कुलसचिव डा. बालकृष्ण पंवार, डा. दीपक सेमवाल, डा. सीएम पैन्यूली और मुक्त विश्वविद्यालय से डा. राकेश रयाल, डा. सुभाष रमोला, डा. भावना डोभाल उपस्थित रहे।
आशा खबर / शिखा यादव