मध्यप्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तेज बारिश हो रही है। भोपाल में रातभर से पानी गिर रहा है, जिसके चलते राजधानी में जगह-जगह पानी जमा हो गया है। जबलपुर और मंडला में हो रही बारिश की वजह से नर्मदा पर बने बरगी डैम के चार गेट खोलना पड़े। वहीं, नर्मदापुरम में भी सोमवार सुबह छह बजे से तवा डैम के सभी 13 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। नर्मदा में पानी का लेवल बढ़ गया है। उधर, उज्जैन में शिप्रा भी उफान पर है। मौसम विभाग ने सोमवार को भी भारी बारिश की चेतावनी दी है।
शिवपुरी में बारिश ने बाढ़ जैसे हालात बना दिए हैं। गलियों-सड़कों और निचली बस्तियों में पानी भरा हुआ है। शहर में मगरमच्छ घुस आए हैं। श्योपुर में सीप नदी उफना गई है, जिससे यहां बना बंजारा डैम सीजन में दूसरी बार ओवरफ्लो हो गया। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है। शहर के निचले इलाकों में जल भराव की स्थिति देखने के लिए अधिकारियों की टीम घूमती रही। श्योपुर में हो रही बारिश की वजह से मुरैना में चंबल खतरे के निशान के करीब बह रही है। पार्वती नदी भी उफान पर है। राजगढ़ में सुबह से तेज बारिश जारी है। जिले के खिलचीपुर के स्टेडियम में 15 अगस्त को झंडा वंदन के कार्यक्रम के पहले ही यहां लगाया गया टेंट धराशायी हो गया। पूरा स्टेडियम दलदल बन गया है।
सोमवार को भी हो रही है भारी बारिश
मौसम विभाग ने 15 अगस्त को प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी पहले ही जारी कर दी थी, जिसके बाद देखने में आ रहा है कि आज सोमवार को सुबह से ही प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश हो रही है। उल्लेखनीय है कि जबलपुर, भोपाल और इंदौर में भारी से भारी बारिश का पूर्वानुमान था। भोपाल के आसपास के जिलों रायसेन, विदिशा और सीहोर में भारी बारिश का अलर्ट था, जिसमें कि देखा जा रहा है कि इन सभी स्थानों पर देर रात से ही तेज, फिर रुक-रुक कर बारिश हो रही है। आगर-मालवा, देवास, मंदसौर और नीमच में भी अच्छी बारिश की संभावना है। डिंडोरी, कटनी, छिंदवाड़ा, जबलपुर, बालाघाट, नरसिंहपुर, सिवनी और मंडला में घनघोर बारिश फिलहाल जारी रहेगी।