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नाटक ”राजा गोपीचंद” ने पारिवारिक मूल्यबोध और कर्तव्य निर्वहन को किया जीवंत

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नाटक का दृश्य

मिथिला के सुप्रसिद्ध शिवालय बेगूसराय के हरिगिरी धाम गढ़पुरा में अंतिम सोमवारी की रात रंग संस्था हुंकार साहेबपुर कमाल द्वारा संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के सहयोग से लोककथा पर आधारित ”भक्त राजा गोपीचंद” नाटक का मंचन किया गया। गजेन्द्र यादव के निर्देशन में मंचित नाटक में कलाकारों ने अपने शानदार अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया।

राजा गोपीचंद की भूमिका में निर्देशक गजेन्द्र यादव ने अपने शानदार अभिनय से कथानक को जीवंत कर दर्शकों को पारिवारिक जीवन के मूल्यों, सामंजन एवं कर्तव्य निर्वहन का बोध कराने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। साथी कलाकार मनोज कुमार, गोपाल पासवान, परमजीत कुमार आदि भी अपने-अपने अभिनय से कथानक के साथ तारतम्य बिठाते नजर आए।

इससे पहले नाटक का शुभारंभ वरिष्ठ चित्रकार सीताराम, हरिगिरी धाम विकास समिति के अध्यक्ष सुभाष यादव, सचिव लक्ष्मी नारायण मिश्र, कोषाध्यक्ष दिलीप ठाकुर, वरिष्ठ रंग निर्देशक हरिशंकर गुप्ता एवं हुंकार के सचिव कृष्णकांत गांधी आदि ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर वरिष्ठ चित्रकार सीताराम ने लोक गाथाओं और कथाओं को सांस्कृतिक पहचान बताते हुए इसके सरंक्षण एवं संवर्धन पर बल दिया। मौके पर रंगकर्मी मनोज कुमार, राजा रौशन, मुरारी राजा एवं राॅकी आदि मौजूद थे।

आशा खबर / शिखा यादव 

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