वाराणसी समेत पूर्वांचल के जिलों में मौसम में एक बार फिर बदलाव के कारण उमस का सामना करना पड़ रहा है। सावन के महीने में भी पूर्वांचल में अच्छी बारिश नहीं हो रही है।
आषाढ़ का महीना सूखा गुजर जाने के बाद उम्मीदों की फुहार ले कर आया सावन भी वाराणसी समेत आसपास के जिलों में झूम कर नहीं बरस सका है। बादलों की बेरुखी ने लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। सावन के अंतिम सोमवार पर वाराणसी में तेज धूप के साथ दिन की शुरुआत हुई है। सूरज के तेवर तल्ख हैं। ऐसे में काशी विश्वनाथ मंदिर समेत शहर के अन्य शिवालियों में उमड़े भक्तों की गर्मी और उमस से परेशानीबढ़ गई है। सुबह नौ बजे तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इससे पहले रविवार को अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से करीब दो डिग्री अधिक है। आज तापमान में बढोत्तरी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, दोपहर बाद बादल छा सकते हैं।
सावन के महीने में भी पूर्वांचल में अच्छी बारिश नहीं हो रही है। जुलाई के महीने में भी सामान्य से कम ही बारिश हुई है। लोगों की मानें तो बारिश का दौर तो लगता है कि इस वक्त थम सा गया है। आषाढ़ जहां सूखा चला गया, वहीं सावन भी अब जाने वाला है।