लोकसभा में बुधवार को विपक्षी हंगामें के बीच ऊर्जा संरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2022 पेश किया गया।
केंद्रीय विद्युत, नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने इस विधेयक को सदन के पटल पर पेश करते हुए कहा कि इससे बड़ी मात्रा में नेचुरल गैस और पेट्रोलियम के क्षेत्र में विदेशों पर निर्भरता में कमी आएगी। इस विधेयक से पर्यावरण को लाभ मिलेगा और कॉर्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी।
पीठासीन अधिकारी राजेन्द्र अग्रवाल की उपस्थिति में सिंह ने विधेयक को सदन के पटल पर रखते हुए कहा कि बड़े-बड़े आवासीय इमारतों में 24 प्रतिशत ज्यादा ऊर्जा की खपत होती है। इन इमारतों में ऊर्जा की खपत कम करने के लिए ग्रीन एनर्जी उपकरणों को कैसे इस्तेमाल किया जाए और पर्यावरण में लाभ हो इसको ध्यान में रखकर यह विधेयक तैयार किया गया है।
सदन में हंगामें के कारण किसी भी सदस्य ने विधेयक को लेकर कोई आपत्ति नहीं जताई।
आशा खबर / शिखा यादव