आरबीआई तीन से पांच अगस्त के बीच होने वाली बैठक में 0.35 से 0.50 फीसदी तक रेपो दर को बढ़ा सकता है। उसके बाद एक बार फिर से बैंक दरों को बढ़ाने का सिलसिला शुरू करेंगे। पिछले 3 महीने में बैंकों ने 5-6 बार ब्याज दरों में इजाफा किया है।
आरबीआई के पांच अगस्त के दरों को बढ़ाने के फैसले से पहले ही कर्ज महंगे होने शुरू हो गए हैं। कर्ज देनेवाले तीन बैंकों और एक वित्तीय संस्थान ने ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। नई दरें एक अगस्त से लागू हैं। इससे होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन महंगे हो जाएंगे।
आरबीआई तीन से पांच अगस्त के बीच होने वाली बैठक में 0.35 से 0.50 फीसदी तक रेपो दर को बढ़ा सकता है। उसके बाद एक बार फिर से बैंक दरों को बढ़ाने का सिलसिला शुरू करेंगे। पिछले 3 महीने में बैंकों ने 5-6 बार ब्याज दरों में इजाफा किया है।
एचडीएफसी लि. ने 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी
एचडीएफसी लि. ने रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट को 0.25 फीसदी बढ़ाकर 7.8 फीसदी कर दिया है। अप्रैल से अब तक पांच बार में दरों को 1.15 फीसदी बढ़ाया है। मई और जून में 2-2 बार दरों में बढ़ोतरी की है।
पंजाब नेशनल बैंक का 0.10 फीसदी बढ़ा
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने एमसीएलआर 0.10 फीसदी बढ़ाकर 7.95 फीसदी कर दिया है। एक साल की दर 7.55 से 7.65 फीसदी के बीच होगी।
इंडियन बैंक : कर्ज 0.10 फीसदी महंगा किया
बैंक ने एक साल के एमसीएलआर को 0.10 फीसदी बढ़ाकर 7.65 फीसदी कर दिया है। अन्य अवधि का कर्ज 6.85 से 7.50 फीसदी के बीच होगा।
आईसीआईसीआई का कर्ज 0.10 फीसदी महंगा
बैंक ने भी 0.15 फीसदी ब्याज दरें बढ़ा दी। नई दर 7.90 फीसदी होगी। सबसे कम ब्याज दर 7.65 फीसदी होगी।
दूरसंचार उद्योग दो साल में 2-3 लाख करोड़ का करेगा निवेश
देश का दूरसंचार उद्योग अगले दो साल में 2 से 3 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगा। सरकार द्वारा शुरू किए गए सुधार और अनिश्चितता तथा जोखिम के हटने और स्थिर निवेश के कारण ऐसा होगा। यह निवेश चौथी और पांचवीं पीढ़ी की तकनीक के लिए होगा। इससे बेहतर वॉयस क्वालिटी और तेज गति वाला डाटा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि 5जी सेवा अक्तूबर तक शुरू होगी और ऐसा विश्वास है कि ग्राहकों को कम कीमत पर सेवाएं मिलेंगी। उन्होनें कहा कि सेवाएं सस्ती रहनी चाहिए। लेकिन इसका पता तब चलेगा जब इसे लॉन्च किया जाएगा। इस 5जी सेवा से स्वास्थ्य क्षेत्र को मदद मिलेगी। साथ ही जीवन रक्षक उपयोग और उन्नत क्लाउड गेमिंग में भी इससे मदद मिलेगी।
आशा खबर / उर्वशी विश्वकर्मा