राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसआईएस की गतिविधियों से संबंधित मामले में रविवार सुबह उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत देश के छह राज्यों में 13 संदिग्ध स्थानों पर एकसाथ छापेमारी की। एनआईए ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद से एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान कई जगहों से आपत्तिजनक सामग्री और दस्तावेज मिले हैं। देवबंद में एनआईए की कार्रवाई के दौरान यूपी एटीएस के अधिकारी भी मौजूद रहे। पकड़े गए शख्स से पूछताछ जारी है।
सूत्रों के मुताबिक, एनआईए ने आईएसआईएस की गतिविधियों से संबंधित मामले में छह राज्यों में 13 परिसरों की तलाशी ली। इस कार्रवाई में आपत्तिजनक सामग्री और दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। एनआईए की यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश में देवबंद, मध्य प्रदेश में भोपाल एवं रायसेन, गुजरात में भरूच, सूरत, नवसारी एवं अहमदाबाद, बिहार में अररिया, कर्नाटक में भटकल एवं तुमकुर शहर और महाराष्ट्र में कोल्हापुर एवं नांदेड़ जिले में की गई है। एनआईए ने 25 जून 2022 को आईपीसी की धारा 153ए, और 153बी और यूएपीए की धारा 18, 18बी, 38, 39 और 40 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस पूरे प्रकरण में आगे की जांच जारी है।
सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में कई आतंकियों के पकड़े जाने के बाद इसके माड्यूल का पता लगाने के लिए एनआईए की ओर से यह कार्रवाई हुई है। एनआईए की एक टीम और यूपी एटीएस ने देवबंद से एक संदिग्ध को पकड़ा है। संदिग्ध मदरसे का छात्र फारूख बताया जा रहा है, जो आतंकी संगठन आईएएस मॉड्यूल के सम्पर्क में था। सीरिया में हुए बम धमाकों से भी उसका नाम जुड़ा होना बताया जा रहा है। हालांकि एनआईए या यूपी एटीएस की ओर से इसके बारे में कोई बयान नहीं जारी किया है।
फारूख मूलरूप से कर्नाटक का रहने वाला है और आईएसआईएस माड्यूल का संदिग्ध है। देवबंद के मदरसे में नाम बदलकर छात्र के रूप में रहकर यहां काफी समय से पढ़ाई कर रहा था। वह टेलिग्राम के जरिए आतंकी साहित्य का कई भाषाओं में अनुवाद करता था। पकड़े गए छात्र से पूछताछ की जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन के मुताबिक एटीएस ने कार्रवाई की है, लेकिन इससे ज्यादा अभी उनके पास कोई जानकारी नहीं है। उल्लेखनीय है कि 15 अगस्त से पहले हुई इस कार्रवाई के बाद एक बार फिर से देवबंद चर्चा में है। एक माह के भीतर देवबंद में यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले 23 जून को को मदरसा जकरिया से रोहिंग्या छात्र मुजीबुल्लाह को पकड़ा गया था।