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रायपुर: विधिक शिक्षा के विकास में सक्रिय भूमिका निभा रहा है छत्तीसगढ़ः सीजेआई एनवी रमणा

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सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति एनवी रमणा ने रविवार को रायपुर में कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ज्यूडिशियल कम्युनिटी के बजट और अधोसंरचना संबंधित सभी आवश्यकताओं का पूरा ख्याल रख रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ये ट्रेंड इसी तरह जारी रहेगा और छत्तीसगढ़ ज्यूडिशियरी को सर्वोत्तम अधोसंरचना उपलब्ध कराने में अग्रणी राज्य बनकर उभरेगा। मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति एन. वी. रमणा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को छत्तीसगढ़ में विधिक शिक्षा के विकास में सक्रिय रूप से सहयोग प्रदान करने के लिए उन्हें बधाई दी। उन्होंने मुख्यमंत्री को छत्तीसगढ़ की जनता को गुड गवर्नेंस प्रदान करने उनके द्वारा किये जा रहे प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं।

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज देश के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति एन वी रमणा हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के पांचवें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए। दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए सीजेआई श्री रमणा ने छात्रों से कहा कि आप सभी के पास एक विजन होना चाहिए और उसे पाने के लिए आप सभी के भीतर जोश और जज्बा होना चाहिए। सीजेआई श्री रमणा ने छात्रो से कहा कि आप सभी इस देश के लिए अनमोल हैं और हम सभी को टेलेन्डेट माइन्ड्स को सही दिशा मे ले जाने की जरूरत है।

रायपुर के हिदायतुल्ला नेशनल लॉ युनिवर्सिटी की तारीफ करते हुए सीजेआई एन वी रमणा ने कहा कि, इसका नाम एक महान विधिवेत्ता के नाम पर रखा गया है जिन्होंने अपना पूरा जीवन विधि के नाम पर समर्पित कर दिया था। सीजेआई श्री रमणा ने दीक्षांत समारोह में छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि ज्ञान और सूचना सबसे बड़े धरोहर हैं और इनका सही उपयोग करके ही हमें विकसित होते जाना है।

दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के जर्नल लॉ एंड सोशल साइंस के छठें संस्करण का विमोचन करते हुए गोल्ड मेडलिस्ट छात्रो को उपाधि वितरित की एवं उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

रायपुर के हिदायतुल्ला नेशनल लॉ युनिवर्सिटी के पांचवे दीक्षांत समारोह के अवसर पर दो शोधार्थियों को डाक्टर आफ फिलासाफी की उपाधि प्रदान की गयी। इसके अलावा कुल 23 छात्र छात्राओं को 66 गोल्ड मेडल के सम्मान से सम्मानित किया गया। 6 गोल्ड मेडल्स के साथ वर्ष 2020 बैच के अंकित पाल एवं 11 गोल्ड मेडल्स के साथ वर्ष 2021 बैच की पल्लवी मिश्रा ओवरआल टापर रहे।

दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधिपति न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर ने की। दीक्षांत समारोह में उच्चतम न्यायालय की न्यायमूर्ति बीवी नागरत्ना भी मौजूद थीं। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस तथा हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति अरूप कुमार गोस्वामी और आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस प्रशांत मिश्रा भी उपस्थित थे। दीक्षांत समारोह में छत्तीसगढ़ के विधि मंत्री मोहम्मद अकबर एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के मंत्री डा प्रेमसाय सिंह टेकाम भी दीक्षांत समारोह में उपस्थित थे।

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