कुल्लू जिला के निरमंड क्षेत्र में गुरूवार सुबह सवेरे बादल फटने से अफरा तफरी मच गई। ग्रामीण भाग्यशाली रहे कि बादल फटने से बाढ़ सुबह सवेरे आई अगर रात के समय बाढ़ आती तो कई लोगों की जान पर आफत आ सकती थी।
घटना बागन सराहना के अंतर्गत चनाईगाड़ में सुबह सवेरे घटित हुई जब पहाड़ी पर बादल फटने से नाले में बाढ़ आ गई। पानी की आवाज व पत्थरों की गड़गड़ाहट से ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई। ग्रामीण सुरक्षित स्थानों की तरफ भागने लगे। गांव के कई मकानों में मलबा ओर पत्थर घुस गए जिसकारण ग्रामीणों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
पंचायत प्रधान प्रेम ठाकुर ने बताया कि इस दौरान करीब दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया। हालांकि इस भागदौड़ में कई ग्रामीण चोटिल भी हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।
वहीं मणिकरण घाटी में फिर से बादल फटने की घटना हुई है। बादल फटने की लगातार बढ़ रही घटनाओं के बाद लोग अपने आपको असुरक्षित समझने लगे हैं।
सुबह सवेरे कसोल की ऊंची पहाड़ी पर बादल फटने के कारण भारी मलबा वा पत्थर सड़क मार्ग पर आ गए। बादल फटने से किसी प्रकार के जान माल के नुकसान की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है। सड़क मार्ग पर आए मलबे के कारण वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई है।
मौसम विभाग ने प्रदेश में 28 जुलाई को ओरेंज अलर्ट जारी किया है।
आशा खबर / शिखा यादव