2022 भारत गोल्ड के प्रमुख दावेदारों में है। टीम में कई ऐसेे मैच विनर खिलाड़ी हैं जो अकेले दम पर मैच के नतीजे बदलने की क्षमता रखते हैं। बेशक भारतीय टीम के हौसले बुलंद हैं, वह अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार है।
संगमगरी से निकलकर भारतीय टीम में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले और फिलहाल शानदार कमेंटरी कर रहे क्रिकेटर मोहम्मद कैफ का कहना है कि कॉमनवेल्थ गेम्स में हमारी तैयारी पूरी है। टीम न सिर्फ अपना सर्वश्रेष्ठ देने वाले मैच विनर खिलाड़ियों से मजबूत बल्कि टीम के हौसले भी बुलंद हैं, ऐेसे में बेशक हम देश के लिए गोल्ड मेडल ही लाएंगे। उन्होंने ‘अमर उजाला’ से खास बातचीत में भारतीय टीम की तैयारियों के आकलन के अतिरिक्त संगमनगरी के क्रिकेटरों को बेहतर खेल के लिए नसीहत भी दी। प्रस्तुत है, उनसे की गई बातचीत के प्रमुख अंश।
कॉमनवेल्थ के लिए अपनी तैयारी
भारत गोल्ड के प्रमुख दावेदारों में है। टीम में कई ऐसेे मैच विनर खिलाड़ी हैं जो अकेले दम पर मैच के नतीजे बदलने की क्षमता रखते हैं। बेशक भारतीय टीम के हौसले बुलंद हैं, वह अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार है। कॉमनवेल्थ गेम्स में पहली बार महिला क्रिकेट भी अपने प्रदर्शन की बदौलत वहां पहुंची है। आत्मविश्वास से लबरेज महिला टीम अपनी पूरी तैयारी के साथ बर्मिंघम पहुंची है। पूरी उम्मीद है, अच्छे नतीजे मिलेंगे।
किस खिलाड़ी पर रहेगी नजर
टीम में एक दो नहीं बल्कि कई ऐसी खिलाड़ी हैं, जो अकेले दम पर मैच का रुख मोड़ सकती हैं। हरमनप्रीत और स्मृति मंधाना जैसी अनुभवी क्रिकेटर के नेतृत्व में टीम एकजुट होकर खेलेगी। सभी अपना बेस्ट प्रदर्शन देंगी तो टीम को विजेता बनने से कोई नहीं रोक सकता है।
किस टीम से है चुनौती
भारतीय टीम अपने आप में दूसरी टीमों के लिए चुनौती है। हमारी कई खिलाड़ी विश्व में लोकप्रिय हैं। हम मानते हैं कि भारतीय टीम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी। तो भारत विरोधी टीमों के लिए चुनौती बनेगी।
सुविधाएं तो अहम हैं ही, क्रिकेट की दीवानगी एक अच्छा खिलाड़ी तैयार करती है। ऐसे तमाम उदाहरण मौजूद हैं, जहां छोटे-छोटे शहरों से अच्छे-अच्छे खिलाड़ी निकले हैं। पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी खुद एक छोटे से शहर से निकले हैं, क्रिकेट के लिए जुनून, जज्बा और मेहनत जरूरी है। यह खेल को संवारती हैं।
संगमनगरी में क्या सुविधाएं बढ़ें
एक अच्छे क्रिकेटर के लिए सुविधाएं कोई मायने नहीं रखती हैं। क्रिकेट एक कला है, खिलाड़ियों को अपने प्रयास में कोई कमी नहीं रखनी चाहिए। मेहनत का फल हमेशा मीठा ही होता है। आपकी कला को कोई छीन नहीं सकता है। मैं खुद इसी शहर से निकला हूं, तब इतनी सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं। मैंने मेहनत में कोई कसर नहीं छोड़ी। मेरी दिली इच्छा है कि शहर से अच्छे खिलाड़ी निकलें।
नए खिलाड़ियों को मेरा सुझाव यही है कि कभी भी बड़े सपने न देखें, छोटे- छोटे गोल सेट करें और उसे फॉलो करें। कभी भी शार्टकट के फेर में न फंसे। हर दिन के लिए एक लक्ष्य बनाएं और उसे पाने का प्रयास करें। छोटी-छोटी प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन करने को भी अपना गोल बनाएं। इससे सफलता जरूर मिलेगी। छोटे-छोटे सपने पूरे करके ही एक बड़े सपने को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सकता है।
कब होंगे भारत के मैच
29 जुलाई – आस्ट्रेलिया
31 जुलाई – पाकिस्तान
03 अगस्त – बारबाडोस
आशा खबर / शिखा यादव