एमबीएस अस्पताल में मरीजों को अब जांच के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर भटकने नहीं पड़ेगा। इससे निजात पाने के लिए अस्पताल में स्वदेशी स्मार्ट हेल्थ कियोस्क मशीन लगाई गई है। स्मार्ट हेल्थ कियोस्क से मरीज खुद 50 तरह की जांच करवा सकेंगे। एटीएम की तर्ज पर बनाया गया कियोस्क देश में ही विकसित किया गया है।
कोटा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल विजय सरदाना ने बताया कि आईसीआईसीआई फाउंडेशन ने सीएसआर फंड के तहत कियोस्क उपलब्ध कराया है। कंपनी का दावा है कि देश में करीब 600 कियोस्क स्वास्थ्य सेवा केन्द्रों को भेजे जा चुके हैं। कियोस्क से प्राइमरी स्तर की सभी जांचें हो सकती हैं। विजय सरदाना के मुताबिक मशीन चलाने की ट्रेनिंग कंपनी के प्रतिनिधि देंगे। उसके बाद हॉस्पिटल में स्थापित कराएंगे। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर तकनीक से आने वाले समय में मरीजों को और भी लाभ मिलेगा। कियोस्क में 50 तरह की जांच शामिल की गई है। जांच सामान्य रूप से आम लोगों को आए दिन करवानी पड़ती है। लोगों को जांच करवाने के लिए अब लाइनों में लगना नहीं पड़ेगा। कियोस्क के माध्यम से जांच की सुविधा उपलब्ध करवाई जा सकेगी। अस्पताल में कियोस्क को स्थापित किया गया है। डेवलप करने वाली कंपनी के प्रतिनिधि कुछ दिनों में कोटा आकर स्थानीय चिकित्सकों को डेमो देंगे।
उन्होंने बताया कि किसी को ब्लड की जांच करानी है तो मशीन से एक स्ट्रिप मिलेगी। उसके बाद मशीन ही मरीज को कोड देगी, जिससे मरीज को क्लिक कर ब्लड को उस स्ट्रिप पर डालना होगा। टेस्ट होने के बाद मरीज की रिपोर्ट स्क्रीन पर भी दिखेगी और प्रिंट भी ली जा सकेगी। अगर मरीज चाहेंगे की उसको डॉक्टरों से परामर्श लेना है तो मशीन से ही संबंधित डॉक्टर को वाट्सएप पर रिपोर्ट भेज दी जाएगी। इसी तरह यूरीन सैंपल भी दिया जा सकेगा
इस मशीन पर बीएमआई, बॉडी फैट, एसपीओ 2 लेवल, लंबाई, मेटाबोलिक एज, मसल मास, बॉडी टेम्प्रेचर, शुगर- बीपी टेस्ट, हेल्थ स्कोर, कान व आंखों से जुड़े सभी टेस्ट, कोविड, ईसीजी, स्किन, प्रेग्नेंसी, एचबीए1सी, हीमोग्लोबिन, यूरीन टेस्ट, मलेरिया-चिकनगुनिया, टायफाइड, किडनी, एचआईवी, टीबी, निकोटिन से जुड़े 50 तरह के टेस्ट हो सकेंगे। कियोस्क मशीन बिल्कुल एटीएम टच स्क्रीन है। एक सामान्य पढ़ा-लिखा व्यक्ति भी इसे आसानी से ऑपरेट कर सकता है।
आशा खबर / शिखा यादव