कांवड़ यात्रा को देखते हुए मेरठ जनपद में 19 से 27 जुलाई तक स्कूलों को बंद कर दिया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन ने स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है।
26 जुलाई को श्रावण मास की शिवरात्रि पर हरिद्वार से गंगाजल लाकर लाखों कांवड़िये भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करेंगे। दो साल बाद हो रही कांवड़ यात्रा में इस बार भारी संख्या में कांवड़ियों के कांवड़ लाने का अनुमान है। नेशनल हाईवे-58 पर कांवड़ियों का आगमन शुरू हो चुका है। इसे देखते हुए जिलाधिकारी दीपक मीणा ने स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है।
मेरठ के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने जिलाधिकारी के आदेश के बाद 19 से 27 जुलाई में स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है। इसमें यूपी, सीबीएसई समेत सभी बोर्ड के स्कूल बंद रहेंगे। इन आदेशों का उल्लंघन करने वाले स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एनएच-58 पर भारी वाहनों का डायवर्जन किया जा चुका है। जबकि भैंसाली रोडवेज बस अड्डे को सोमवार को शिफ्ट किया जा रहा है। एसपी यातायात जेके श्रीवास्तव का कहना है कि कांवड़ यात्रा चलने तक नए रूट डायवर्जन के हिसाब से ही वाहनों का संचालन होगा।
यह रहेगा वाहनों का नया रूट प्लान
– दिल्ली से मुजफ्फरनगर, सहारनपुर-बिजनौर से हरिद्वार और देहरादून जाने वाले वाहन दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे डासना इंटरचेंज होते हुए हापुड़-पिलखुवा से मेरठ पहुंचेंगे। यहां से किठौर होते हुए परीक्षितगढ़ से छोटा मवाना और फिर बहसूमा एवं रामराज से मीरापुर, जानसठ होकर मुजफ्फरनगर और सहारनपुर जा सकेंगे। देहरादून और हरिद्वार जाने वाले वाहन मीरापुर से गंगा बैराज, नजीबाबाद से हरिद्वार, देहरादून की ओर जाएंगे।
– मुरादाबाद से मेरठ आने वाले वाहन गढ़मुक्तेश्वर से किठौर होते हुए मेरठ पहुंचेंगे। यहां से मवाना, बहसूमा होते हुए मुजफ्फरनगर और सहारनपुर जा सकेंगे। देहरादून जाने वालों को बिजनौर बैराज होकर जा सकेंगे।
– शामली, करनाल-हरियाणा व बागपत से मुरादाबाद बरेली जाने वाले वाहनों को ईपीए होते हुए दादरी कट से बुलंदशहर निकाला जाएगा।
आशा खबर / शिखा यादव