। जिले की तारानगर तहसील के गांव खरतवास में खेत में बनी डिग्गी में पानी निकालने गए दो भाइयों की डूबने से मौत हो गई। पानी निकालते समय पैर फिसलने से छोटे भाई डिग्गी में गिर गया और डूबने लगा। छोटे भाई को डूबता देख बड़े भाई ने उसको बचाने का प्रयास किया, जिससे वह भी डिग्गी में गिर गया।
तारानगर पुलिस थाने के एएसआई सुमेर सिंह ने बुधवार को बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचा। वहीं, ग्रामीणों की सहायता से डिग्गी को जनरेटर से खाली करवाया। मंगलवार देर रात तक करीब 12 बजे दोनों बच्चों के शव निकालकर तारानगर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। जहां बुधवार को शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया। तारानगर थानाधिकारी गोविन्दराम विश्नोई ने बताया कि खरतवास निवासी शुभकरण नायक ने रिपोर्ट दी कि उसका छोटा भाई महेन्द्र नायक गांव में खेत में काश्त करता है। उसके भाई के बेटे अरूण (12) और मनीष (10) पड़ोसी मोहन लाल नैण के खेत में बनी डिग्गी से पानी निकालने गए थे। मनीष डिग्गी से पानी निकाल रहा था। उसका पैर फिसलने से वह डिग्गी में गिर गया और डूबने लगा। छोटे भाई मनीष को पानी में डूबता देख बड़ा भाई अरूण ने उसको बचाने का प्रयास किया, जिससे वह भी डिग्गी में गिर गया, जिससे दोनों की डूबने पर मौत हो गई। पानी लेकर काफी देर तक नहीं लौटने पर परिजन जब पड़ोसी के खेत में देखने गए तो उनके होश उड़ गए। दोनों बच्चों के शव डिग्गी में तैर रहे थे। पुलिस ने दोनों बच्चों के शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों के सुपुर्द कर दिए है।
घटना के बाद मौके पर पहुंचे एएसआई सुमेर सिंह ने देखा की डिग्गी पानी से पूरी भरी हुई थी। तभी तुरन्त ग्रामीणों की सहायता से रात के समय ही जनरेटर की सहायता से तुरन्त खाली करवाई गई। पुलिस ने ग्रामीणों की सहायता से देर रात डिग्गी से पहले मनीष का शव निकाला गया। इसके कुछ समय बाद ही अरूण का शव का बाहर निकाला गया।
आशा खबर / शिखा यादव