जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे मंगलवार दोपहर एक बजे (स्थानीय समयानुसार) पंचतत्व में विलीन हो गए। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। दिवंगत नेता आबे की आत्मिक शांति के लिए मध्य टोक्यो के जोजोजी मंदिर में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।
देश के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे आबे को लोगों ने अंतिम विदाई दी। पिछले दिनों नारा शहर में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जोजोजी मंदिर में आबे के अंतिम दर्शनों के लिए सैकड़ों नागरिक पहुंचे। लोगों ने दिवंगत नेता के पार्थिव शरीर पर फूल चढ़ाकर अश्रुपूरित विदाई दी।
आबे की पार्थिव देह को सोमवार शाम जोजोजी मंदिर ले जाया गया था। अंतिम संस्कार के समय परिवार के सदस्य, करीबी दोस्त और कुछ राजनीतिक नेता मौजूद रहे।
जोजोजी मंदिर पहुंचने से पहले आबे की पार्थिव देह को राजधानी के राजनीतिक दिल नागाटाचो ले जाया गया। यहां डाइट बिल्डिंग में लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए। आबे ने पहली बार 1993 में युवा सांसद के रूप में इस बिल्डिंग में प्रवेश किया था। इसी कार्यालय से उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में दो कार्यकालों में देश का नेतृत्व किया। आबे के निधन पर जापान सरकार को 259 देशों और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से 1,700 से अधिक शोक संदेश मिले हैं।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल